इंग्लैंड के तेजतर्रार ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने कहा है कि खेल का सबसे लंबा प्रारूप हमेशा क्रिकेट का सबसे शुद्ध रूप रहेगा। उन्होंने कहा कि अगर टेस्ट क्रिकेट के नियम बदले जाते हैं तो फिर इसका नाम बदल कर सरल क्रिकेट रख देना चाहिए। 2019 विश्व कप जीतने वाले नायक ने यह भी कहा कि सबसे लंबे प्रारूप में अधिक छेड़छाड़ की आवश्यकता नहीं है और कई महान खिलाड़ी भी सबसे लंबे प्रारूप में कई बदलाव नहीं देखना चाहेंगे।
आपको बता दें टेस्ट क्रिकेट में दर्शकों की घटती तादाद, वह भी खासकर उपमहाद्वीप में, के कारण टेस्ट क्रिकेट के भविष्य पर सवाल उठाए जा रहे हैं और इसे घटाकर चार दिन का करने पर चर्चा की जा रही है।
"विराट कोहली, जो रूट ने कहा क्रिकेट ही खिलाड़ी की असली परीक्षा"
स्टोक्स ने न्यूजीलैंड के स्पिन गेंदबाज ईश सोढ़ी के साथ इंस्टाग्राम पर बात करते हुए कहा, “मेरे लिए टेस्ट क्रिकेट सबसे ऊपर है। टेस्ट क्रिकेट के खत्म होने को लेकर काफी चर्चा हो रही है, लेकिन मुझे नहीं पता कि ये बात कहां से आई। आप खिलाड़ियों से पूछिए हो सकता है सारे नहीं लेकिन विराट कोहली, जो रूट जैसे खिलाड़ियों ने कहा है कि टेस्ट क्रिकेट ही खिलाड़ी की असली परीक्षा है।” बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा, “वहां आपको पता चलता है कि आप कैसे क्रिकेटर हो और मेरे लिए यह सबसे शुद्ध प्रारूप है। इसे रहना चाहिए। अगर टेस्ट क्रिकेट बदला जाता है तो यह दुखद होगा। अगर नियम बदले जाते हैं तो इसे आसान क्रिकेट कह दीजिए।”
इंग्लैंड में 2019 हमेशा याद रखा जाएगा
इंग्लैंड ने बीते साल नाटकीय अंदाज में पहली बार विश्व कप जीता था। स्टोक्स उस मैच के हीरो थे। इस खिलाड़ी ने कहा है कि साल 2019 इंग्लैंड के लिए हमेशा यादगार रहेगा। उन्होंने कहा, “इंग्लैंड में 2019 हमेशा याद रखा जाएगा। हमने जो इस साल किया था उसे देखकर लगता है कि 2019, 2005 को पीछे कर देगा। 2005 हमारे लिए बड़ा साल था, यह काफी साल पहले हुआ था, लेकिन इसने देश में क्रिकेट को बदल दिया था। मुझे लगता है कि हम इसे और आगे ले गए हैं।” गौरतलब है कि 2005 में इंग्लैंड ने सालों बाद एशेज सीरीज पर कब्जा किया था।