इस मौके पर राष्ट्रपति ने कहा, एक विद्वान और आचार-व्यवहार में गांधीवादी डॉ. चौधरी भारत के बौद्धिक वर्ग में अपनी अलग पहचान रखते हैं। उन्होंने कहा, डॉ. चौधरी अध्यापक भी हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि वह छात्रों के लिए प्रेरणा हैं।
गुजराती भाषा के मशहूर लेखक रघुवीर चौधरी का जन्म गांधीनगर के बापुरा में हुआ था। सत्तर वर्षीय चौधरी को वर्ष 2015 का यह पुरस्कार दिया गया है। उनकी 80 से भी ज्यादा पुस्तकें प्रकाशित हैं।