यह किताब खेल के क्षेत्र में अंतरारष्ट्रीय मंच पर भारत की गौरव गाथा को बयां करती हैं। इसमें मिल्खा सिंह, पीटी उषा, मेरी कॉम, अभिनव बिंद्रा, हॉकी के जादूगर ध्यानचंद और क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का नाम शामिल किया गया है।
इस किताब में भारतीय कुश्ती के महारथी दारा सिंह का विशेष जिक्र है जिन्होंने दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया के बीच मैत्री की शुरुआत करते हुए सन 1948 में एक कुश्ती लड़ी थी, जिससे प्राप्त आय को तपेदिक हटाने की मुहिम के लिए इस्तेमाल किया गया था। यह कुश्ती सिंगापुर में लड़ी गई थी।