देश में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कोरोना वायरस के मरीजों का रिकवरी रेट 48.07 फीसदी हो गया है। अब तक मरीज 95527 ठीक हो चुके हैं। देश में कोरोना वायरस संक्रमण से मृत्यू दर 2.82 फीसदी है, जो कि दुनिया में सबसे कम है। पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 3,708 मरीज ठीक हुए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश में कोरोना से मरने वालों में 73 फीसदी मरीज दूसरी बीमारी से भी पीड़ित थे। देश की 10 फीसदी आबादी में से ही कोरोना से जुड़ी आधी मौतें हुई हैं। 15 अप्रैल को मृत्यु दर 3.15 प्रतिशत था जो घटकर 2.82 प्रतिशत हो गई है, जो कि दुनिया में सबसे कम है। ऐसे भी देश हैं जहां मृत्यु दर 19 प्रतिशत से ज्यादा है। अगर हम प्रति लाख मृत्यु दर देखते हैं तो यह भी सबसे कम है।
अन्य देशों से तुलना ठीक नहीं
उन्होंने कहा कि दुनिया के देशों से तुलना करना सही नहीं होगा। अन्य देशों के मुकाबले भारत की जनसंख्या ज्यादा है। अगर हम तुलना कर भी रहे हैं तो इसको ध्यान में रखना चाहिए। समान जनसंख्या वाले 14 देशों की बात करें तो वहां भारत से 22.5 गुना अधिक मामले और 55.2 गुना ज्यादा मौतें हुई हैं। लव अग्रवाल ने कहा कि हम बाहर जाने से बचें। टेक्नॉलजी का प्रयोग किया जाए। इससे चेक किया जा सकता है कि हम कोविड मरीज के आसपास तो नहीं हैं। अगर हमें लगे कि मदद की जरूरत है तो मेडिकल सपॉर्ट लें। हम कोई भी ऐसा काम न करें जिससे हमारे परिवार को नुकसान हो।
टेस्टिंग का दायरा बढ़ा है
आईसीएमआर ने कहा है कि हम अन्य स्वतंत्र प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल भी कोरोना टेस्टिंग बढ़ाने के लिए कर रहे हैं। ट्रूनैट स्क्रीनिंग ऐंड कन्फर्मेट्री टेस्ट को मान्यता दे दी गई है। इससे टेस्टिंग का दायरा बढ़ा है। इंडियन आरएनए एक्सट्रैक्शन किट अच्छी संख्या में उपलब्ध हैं, 11-12 वेंडर्स से आरटी-पीसीआर किट का इस्तेमाल किया जा रहा है। कोविड-19 की जांच के लिए प्रतिदिन औसतन 1.20 लाख नमूनों का परीक्षण किया जा रहा है। वर्तमान में देश में इस जांच के लिए 476 सरकारी, 205 निजी प्रयोगशालाएं हैं।