इटली यूरोपियन फुटबॉल का नया बादशाह बन गया है। इटली ने रविवार को पेनल्टी पर इंग्लैंड को 3-2 से हराकर दूसरी बार यूरोपियन चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम कर लिया है। जबदस्त टक्कर वाले इस फाइनल में दोनों टीमों को 120 मिनट के खेल में कोई अलग नहीं कर सका और मुकाबला 1-1 से बराबर रहा, जिसके बाद फैसला पेनल्टी शूटआउट में हुआ, जहां इंग्लैंड ने 3 मौके गंवाए और इटली ने यह जीत हांसिल की।
यूरो 2020 फाइनल में पेनल्टी शूटआउट में मेजबान इंग्लैंड को हराकर इटली 53 साल के अंतराल के बाद यूरोपीय फुटबॉल चैंपियन बना है। इटली ने 1968 में अपना पहला यूरो खिताब जीता था।
वेम्बली में 60,000 से ज्यादा दर्शकों की मौजूदगी में इटली और इंग्लैंड के पास इतिहास रचने और पुरानी बुरी यादों को भुलाने का मौका था। इटली को 2000 और 2012 में फाइनल में हार झेलनी पड़ी थी, वहीं 2018 विश्व कप के लिए क्वालिफाई न कर पाने का दुख अलग से था। इंग्लैंड 55 साल में अपना पहला बड़ा फाइनल खेल रहा था।
फाइनल का पहला हाफ ही काफी दिलचस्प रहा। दोनों टीमों ने पहले मिनट से ही गोल दागने की कोशिश शुरू कर दी थी। इसका फायदा इंग्लैंड ने उठाया। मेजबान टीम ने मैच की शुरुआतकी और दूसरे मिनट में ही काउंटर अटैक पर बढ़त हासिल कर ली। राइट विंग बैक कीरन ट्रिपियर के क्रॉस पर लेफ्ट विंग बैक ल्यूक शॉ ने बाएं पैर से जोरदार शॉट लगाया और इंग्लैंड को 1-0 की बढ़त पर पहुंचा दिया। इसके बाद दोनों टीमों ने काफी देर तक अटैक किया।
फाइनल की शुरुआत में 20-25 मिनट तक इंग्लैड आगे रही, लेकिन कुछ देर बार ही इटली ने वापसी की शुरुआत की जो दुसरे हाफ तक जारी रही। पहला हाफ खत्म होने के पहले इटली ज्यादा हमलावर नजर आया, लेकिन इंग्लैड के डिफेंस ने उसे सफल नहीं होने दिया और पहला हाफ 1-0 से इंग्लैड के पक्ष में खत्म हो गया। दूसरे हाफ में इटली इंग्लैड पर हावी रहा और लगातार इंग्लैंड के गोल पर अटैक करता रहा।