सर्दियों की ठंड के साथ, कमजोर समुदायों को सिर्फ सर्दी ही नहीं, बल्कि कई अन्य चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। जिनके पास उचित आश्रय या गर्म कपड़े नहीं होते, उनके लिए यह कड़ाके की सर्दी जीवन के लिए खतरे की घंटी बन सकती है। ऐसे में, सूरज एनजीओ का वार्षिक अभियान “कर्तव्य – एक चादर गर्मी और उम्मीद की” सिर्फ तात्कालिक राहत नहीं, बल्कि जरूरतमंदों के लिए एक बेहतर भविष्य बनाने का प्रयास है।
दिल्ली में एनजीओ ने एक केंप में 250 से ज्यादा कंबल जरुरतमंदों में वितरित किए जिससे कड़ी सर्दी में उनके लिए एक बडी राहत है। एनजीओ की संस्थापक यशिका शेख ने कहा, “कर्तव्य सिर्फ कंबल बांटने का अभियान नहीं है, यह गर्मी, प्यार और उम्मीद फैलाने का एक तरीका है। मिलकर, हम उन लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है।” कार्यक्रम में कई प्रमुख व्यक्तियों ने भाग लिया, जिनमें बिहार के प्रसिद्ध शिक्षाविद डॉ. निकहत रियाज़ी, चाणक्यपुरी पुलिस स्टेशन के SHO बलिहार सिंह और प्रसिद्ध समाजसेवी गौरव ग्रोवर, न्यू दिल्ली सोशल वेलफेयर एसोसिएशन के संस्थापक शामिल थे।
इस कर्तव्य अभियान की मूल भावना एकजुटता और सहानुभूति का प्रतीक है। यह इस बात का एहसास कराता है कि ये लोग देखे गए हैं, उनकी देखभाल की जा रही है, और वे अपने संघर्षों में अकेले नहीं हैं। यह दया और प्रेम का प्रभाव पूरे समुदाय में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित करता है। एनजीओ न केवल तत्काल जरूरतों को पूरा कर रहा है, बल्कि यह सालभर के लिए समुदायों को सशक्त बनाने के लिए स्थायी समाधान भी तैयार कर रहा है।