ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) के चौथे चरण के तहत प्रदूषण रोधी उपायों के फिर से लागू होने के बाद दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) के स्कूलों ने मंगलवार को ‘हाइब्रिड मोड’ (ऑनलाइन और ऑफलाइन) में कक्षाओं का संचालन शुरू कर दिया।
संशोधित ग्रैप कार्यक्रम के अनुसार, चरण चार के तहत दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर में कक्षा छह से नौ और 11वीं के छात्रों के लिए कक्षाएं हाइब्रिड मोड (ऑफलाइन और ऑनलाइन) में संचालित होनी चाहिए। हालांकि, कक्षा 10 और 12 के छात्रों को स्कूल जाना होगा।
रोहिणी स्थित सॉवरेन स्कूल की प्रधानाचार्य प्रीतिका गुप्ता ने कहा, ‘‘हम पांचवी कक्षा तक के छात्रों के लिए ‘ऑनलाइन’ कक्षाएं संचालित कर रहे हैं, जबकि कक्षा छह से आगे की कक्षाएं ‘ऑफलाइन’ आयोजित की जाएंगी।’’
गुप्ता ने कहा, ‘‘चूंकि परीक्षाएं नजदीक आ रही हैं, इसलिए कक्षा पांच तक के छात्र अपनी परीक्षाएं ‘ऑनलाइन’ देंगे, जबकि उच्च कक्षाओं के छात्र ‘ऑफलाइन’ यानी स्कूल आकर परीक्षा देंगे।’’
रोहिणी स्थित गीतारत्न स्कूल के अध्यक्ष आरएन जिंदल ने कहा, ‘‘आज सभी कक्षाएं ‘ऑफलाइन’ संचालित की जा रही हैं। हालांकि, हम कक्षा पांच तक की कक्षाओं को ‘ऑनलाइन मोड’ में स्थानांतरित करने की योजना बना रहे हैं, जबकि कक्षा छह से आगे की कक्षाएं ‘ऑफलाइन’ ही रहेंगी।’’
परीक्षाएं नजदीक आने के कारण कई स्कूल जूनियर और सीनियर स्कूलों के बच्चों के लिए ‘ऑफलाइन’ कक्षाएं संचालित कर रहे हैं।
द्वारका स्थित आईटीएल स्कूल की प्रधानाचार्य सुधा आचार्य ने कहा, ‘‘हमारे स्कूल में सभी कक्षाएं ‘ऑफलाइन’ आयोजित की जाएंगी क्योंकि कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं और प्री-बोर्ड नजदीक आ रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कई अभिभावकों ने हमसे सभी कक्षाएं ‘ऑफलाइन’ आयोजित करने का अनुरोध किया है क्योंकि ‘ऑनलाइन’ कक्षाओं के कारण छात्र विभिन्न गतिविधियों में पिछड़ रहे हैं, इसलिए हम उसी के अनुसार आगे बढ़ेंगे।’’
राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता मंगलवार सुबह ‘गंभीर’ श्रेणी में रही और वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 427 दर्ज किया गया।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने चरण तीन के तहत पाबंदी लगाए जाने के तुरंत बाद चौथे चरण के प्रतिबंध लागू किए। दिल्ली में वायु गुणवत्ता 350 के स्तर को पार करने पर सीएक्यूएम ने सोमवार को चौथे चरण का प्रतिबंध लागू किया था।
इससे पूर्व, पांच दिसंबर को सामान्य रूप से कक्षाएं फिर से शुरू होने से पहले 25 नवंबर से दिल्ली के सभी स्कूलों में कक्षाएं ‘हाइब्रिड मोड’ में संचालित हो रही थीं।