विश्व के नंबर एक खिलाड़ी नोवाक जोकोविच फ्रेंच ओपन की तैयारियों के लिए इस साल होने वाले यूएस ओपन टेनिस टूर्नामेंट से हटने पर विचार कर रहे हैं। जोकोविच ने मंगलवार को सर्बिया के चैनल आरटीएस से कहा कि कोरोना वायरस के कारण न्यूयार्क में होने वाले ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के लिए परिस्थितियां काफी कड़ी होंगी। उन्होंने कहा, 'मैंने जितने खिलाड़ियों से बात की वे वहां जाने को लेकर आशंकित थे। अभी की परिस्थितियों को देखते हुए मैं सितंबर में क्ले कोर्ट पर टेनिस सत्र जारी रख सकता हूं।'
विंबलडन को 1945 के बाद पहली बार रद्द किया गया
कोविड-19 महामारी के कारण अन्य खेलों की तरह टेनिस प्रतियोगिताएं भी ठप पड़ी हैं। अधिकतर टूर्नामेंटों को जुलाई के आखिर तक रद्द कर दिया गया है। इनमें फ्रेंच ओपन भी शामिल है जिसे पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पिछले सप्ताह हो जाना था, लेकिन उसे सितंबर तक स्थगित कर दिया गया। विंबलडन को 1945 के बाद पहली बार रद्द कर दिया गया है। यूएस ओपन के आयोजन को लेकर अमेरिकी टेनिस संघ अगले सप्तह तक फैसला कर सकता है। यूएस ओपन का मुख्य ड्रा पूर्व कार्यक्रम के अनुसार 31 अगस्त से शुरू होना है।
न्यूयॉर्क में सबसे ज्यादा मामले हैं
यूएस ओपन का आयोजन न्यूयॉर्क में होना है, जहां कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। ऐसे में सुरक्षा को देखते हुए कुछ प्रतिबंध लगाए हैं। जिस कारण इससे पहले नोवाक जोकोविच ने कहा था कि कोरोना वायरस के कारण प्रतिबंधों के साथ वर्ष के आखिरी ग्रैंड स्लेम यूएस ओपन में भाग लेना उनके लिए असंभव होगा।
एश्ले बार्टी डब्ल्यूटीए की सलाह के बाद ही लेंगी कोई फैसला
इससे पहले विश्व की नंबर एक महिला टेनिस खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया की एश्ले बार्टी ने कहा था कि वह कोरोना के हालात को देखते हुए और डब्ल्यूटीए की सलाह के बाद ही यूएस ओपन में भाग लेने पर कोई फैसला लेंगी। बार्टी ने यह भी कहा था कि वह सहायक स्टाफ की यात्रा छूट को लेकर चिंतित है। उल्लेखनीय है कि खिलाड़यिों को 14 दिनों के क्वांरटाइन से छूट मिली है, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह नियम सहायक स्टाफ पर भी लागू होगा या नहीं।