पश्चिम बंगाल में पश्चिम बंग हिंदी अकादेमी अपने पुर्नगठन के बाद आगामी तैयारियों में जुट गई है। हिंदी भाषा की ओर नई पीढ़ी को आकर्षित करने की कवायद में, पश्चिम बंगाल हिंदी अकादमी जल्द ही एक कवि सम्मेलन आयोजित करने जा रहा है। साथ ही कुछ हिंदी नाटकों का मंचन भी किया जाएगा और कहानी सत्र आयोजित किए जाएंगे।
अकादमी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी का कहना है कि अकादमी प्रसिद्ध लेखकों के कामों का हिंदी में अनुवाद भी करेगा ताकि बाकी हिंदी राज्य के लोग भी बांग्ला साहित्य से जुड़ सकें। इसके अलावा अकादमी ने शहर और आसपास के क्षेत्रों में हिंदी भाषी छात्रों और बुद्धिजीवियों तक पहुंच वाले पुस्तकालय भी स्थापित किए हैं।
सूत्रों का कहना है कि अकादमी विशेष तौर पर हिंदी भाषा, साहित्य, संस्कृति और कला पर काम करेगी। पश्चिम बंग हिंदी अकादमी पश्चिम बंगाल में हिंदी भाषा और संस्कृति को बढ़ावा देने के तरीकों पर भी विचार करेगी।
मुख्यमंत्री ने पिछले महीने एक दलित अकादमी की स्थापना की भी घोषणा की थी और पश्चिम बंग हिंदी अकादमी के पुर्नगठन का संकेत दिया था। उन्होंने अपनी पार्टी के हिंदी सेल की संरचना को भी औपचारिक रूप दिया। उनके इस कदम को राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले हिंदी भाषी आबादी को लुभाने के कदम के रूप में देखा जा रहा है।
पश्चिम बंगाल में 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस बार भारतीय जनता पार्टी भी विधानसभा चुनाव जीतने के लिए बहुत जोर लगा रही है।