भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के सभी प्रशिक्षण शिविर 3 मई तक निलंबित हो गए हैं। साई ने यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार को देश के नाम संबोधन के बाद लिया। कोविड-19 महामारी का मुकाबला करने के लिए पीएम ने लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा दिया है। ऐसे में अब देश में फिर से सभी तरह की गतिविधियों पर पाबंदी जारी रहेगी। इस दौरान खेल से जुड़े सभी इवेंट और ट्रेनिंग कैंप भी कैंसिल रहेंगे।
पीएम मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन के बाद मंगलवार को साई के एक सूत्र ने पीटीआई को बताया, पहले 21 दिनों के लॉकडाउन के कारण सभी साई कैंपों को 14 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। हमने 14 अप्रैल से आगे बढऩे का फैसला किया था लेकिन चूंकि लॉकडाउन का समय बढ़ा दिया गया है, इसलिए 3 मई तक कैंप स्थगित रहेंगे।
एथलीटों को दी जाएगी हॉस्टल में रहने की अनुमति
हालांकि, वर्तमान में एनआईएस पटियाला में स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा जैसे एथलीटों को साई हॉस्टल में रहने की अनुमति दी जाएगी। चोपड़ा पिछले महीने एक प्रशिक्षण कार्यकाल से तुर्की से लौटने के बाद से पटियाला में हैं। सूत्र ने कहा, एसएआई बेंगलुरु और पटियाला में जो एथलीट हैं, वे वहीं बने रहेंगे। कोरोना महामारी से अब तक भारत में 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 10 हजार से ज्यादा पॉजिटिव केस सामने आए हैं।
अगले साल होंगे टोक्यो ओलंपिक
कोरोनावायरस महामारी ने 2020 टोक्यो ओलंपिक को स्थगित करने के लिए मजबूर किया और अब यह खेल अगले साल 23 जुलाई से 8 अगस्त तक होंगे जबकि पैरालिंपिक खेलों का आयोजन 24 अगस्त से 5 सितंबर 2021 तक होगा।
एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफआई) के अध्यक्ष एडिले जे सुमारिवाला ने एथलीटों से 2020 टोक्यो ओलंपिक के स्थगित होने का फायदा उठाने का आग्रह किया है। एएफआई योजना समिति ने एथलीटों को उनकी शारीरिक फिटनेस बनाए रखने और उनके आहार चार्ट का सख्ती से पालन करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए सोमवार को राष्ट्रीय कैंपर, कोच और सहयोगी स्टाफ के साथ एक ऑनलाइन बैठक भी की।
फेडरेशन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सोमवार को एथलीटों को कहा कि कैंप में शामिल एथलीटों को सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए ग्रुप में ट्रेनिंग की इजाजत दी जाए। उनका कमरों में बंद रहना है खतरनाक है। उन्हें फिर से पूरी तरह तैयार होने में काफी समय लगेगा। वहीं खेल मंत्रालय के एक अधिकारी का कहना है कि एथलीटों के ट्रेनिंग के मामले में गृह और स्वास्थ्य मंत्रालय से जिस तरह के दिशा निर्देश आएंगे। उनका पालन किया जाएगा।