इजराइल से छात्रों सहित करीब 200 भारतीयों का पहला जत्था एक चार्टर्ड विमान से शुक्रवार को तड़के दिल्ली पहुंच गया। हमास आतंकवादियों द्वारा पिछले शनिवार को इजराइल पर ताबड़तोड़ हमले किए जाने और फिर इजराइल की जवाबी कार्रवाई के बाद क्षेत्र में तनाव फैल गया था, जिसके परिणामस्वरूप स्वदेश वापसी के इच्छुक लोगों को वापस लाने के लिए भारत ने ऑपरेशन अजय शुरू किया।
इस युद्ध के बीच इजराइल छोड़ने के इच्छुक 212 भारतीयों को लेकर पहली चार्टर उड़ान गुरुवार को बेन गुरियन हवाई अड्डे से रवाना हुई और दिल्ली के हवाई अड्डे पर लैंड कर गई। केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने एयरपोर्ट पर नागरिकों का स्वागत किया।
नागरिकों के स्वागत के बाद केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने कहा, "हमारी सरकार किसी भी भारतीय को कभी पीछे नहीं छोड़ेगी। हमारी सरकार, प्रधानमंत्री उनकी सुरक्षा के लिए, उन्हें सुरक्षित घर वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, विदेश मंत्रालय की टीम, एयर इंडिया की इस उड़ान के चालक दल के आभारी हैं जिन्होंने इसे संभव बनाया, हमारे बच्चों को सुरक्षित और स्वस्थ घर वापस लाया और उनके प्रियजनों के पास वापस पहुंचाया।"
#WATCH दिल्ली: केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने कहा, "हमारी सरकार किसी भी भारतीय को कभी पीछे नहीं छोड़ेगी। हमारी सरकार, प्रधानमंत्री उनकी सुरक्षा के लिए, उन्हें सुरक्षित घर वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, विदेश मंत्रालय की टीम, एयर इंडिया की इस… pic.twitter.com/qnRw3RNPOC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 13, 2023
ऑपरेशन अजय के तहत इज़रायल से भारत आई एक महिला स्वाति पटेल ने बताया, "यहां आकर बहुत अच्छा लग रहा है। वहां जब सायरन बजता है तो बहुत डर लगता है। सायरन बजने पर शेल्टर में जाना होता है। यहां हम सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। जब भी सायरन बजता था तब हमें 1.5 मिनट में शेल्टर में जाना होता था।"
ऑपरेशन अजय के तहत इज़रायल से भारत आई एक महिला ने कहा, "मेरा बेटा अभी केवल 5 महीने का है, हम जिस स्थान पर थे वह सुरक्षित था लेकिन आगे की परिस्थिति और अपने बेटे के लिए हमने भारत आने का फैसला लिया। पहली रात हम सो रहे थे तभी एक सायरन बजा, हम वहां पर पिछले 2 वर्ष से थे हमने ऐसी परिस्थिति पहले कभी नहीं देखी थी। हम शेल्टर में गए, हम 2 घंटे के लिए शेल्टर में रहे। हम अब काफी बेहतर महसूस कर रहे हैं, मैं भारत सरकार और प्रधानमंत्री का धन्यवाद करती हूं।"
वहीं, इज़रायल से भारत लाए गए मनोज कुमार ने कहा, मैं वहां पर बतौर पोस्ट डॉक्टोरल फेलो के रूप में कार्यरत था, मेरा पत्नी और 4 वर्ष की बेटी भी मेरे साथ हैं। तेल अवीव में स्थित भारतीय दूतावास का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने काफी सहयोग किया... इसके साथ ही सुरक्षित रूप से भारत आने के लिए भारत के विदेश मंत्रालय का धन्यवाद करता हूं। इज़रायल की सरकार भी दिन-रात काम कर रही है..."
सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि भारतीय ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर स्थानीय समयानुसार रात 22:14 बजे भारत के लिए रवाना हुए। यह सब द ऑपरेशन अजय के तहत हुआ है। वहीं केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने कहा, हमारी सरकार किसी भी भारतीय को कभी पीछे नहीं छोड़ेगी। हमारी सरकार, प्रधानमंत्री उनकी सुरक्षा के लिए, उन्हें सुरक्षित घर वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने साथ ही यह भी कहा की हम विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, विदेश मंत्रालय की टीम, एयर इंडिया की इस उड़ान के चालक दल के आभारी हैं जिन्होंने इसे संभव बनाया, हमारे बच्चों को सुरक्षित और स्वस्थ घर वापस लाया और उनके प्रियजनों के पास वापस पहुंचाया।