इजराइली हमले में उग्रवादी संगठन हिज्बुल्ला के प्रमुख हसन नसरल्ला के मारे जाने के खिलाफ पाकिस्तान के कराची में आयोजित विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि हिज्बुल्ला नेता की हत्या का विरोध जताने के लिए अमेरिकी वाणिज्य दूतावास की ओर जा रहे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया।
कराची पुलिस ने एक विज्ञप्ति में बताया कि धार्मिक-राजनीतिक पार्टी मजलिस वहदत मुस्लिमीन (एमडब्ल्यूएम) ने रैली का आह्वान किया था। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी असद रजा ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने तय मार्ग से हटकर माई कोलाची रोड पर स्थित अमेरिकी वाणिज्य दूतावास की ओर मार्च करने की कोशिश की।
रजा ने बताया, ‘‘पुलिस ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की और शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन करने के लिए तय किए गए मार्ग की याद दिलाई तो उनमें से कुछ लोग हिंसक हो गए और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए।’’
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कई प्रदर्शनकारियों ने रास्ता बदल दिया और जब ‘नेटिव जेटी ब्रिज’ से अमेरिकी वाणिज्य दूतावास की ओर बढ़े तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। बाद में उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया।
कराची में रैली को कवर कर रहे संवाददाताओं ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने कुछ पत्रकारों और फोटोग्राफरों की भी पिटाई की और उन्हें घायल कर दिया। इस बीच, पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने रविवार को पश्चिम एशिया में आम नागरिकों पर इजराइल द्वारा ‘‘दुस्साहसपूर्ण’’ और ‘‘बेलगाम हमलों’’ की निंदा की।