राजधानी दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की करारी हार को लेकर कई नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आई है। शिवसेना-यूबीटी के वरिष्ठ नेता संयज राउत का कहना है कि ‘आप’ और कांग्रेस को मिल कर चुनाव लड़ना था। वहीं, इस बीच संजय राउत ने एक बार फिर इसी मुद्दे पर बयान दिया है। उन्होंने इंडिया के बड़े सहयोगी दल कांग्रेस की जिम्मेदारी बताई है। राउत ने सोमवार (10 फरवरी) को कहा कि कांग्रेस को बड़े भाई की तरह अपनी जिम्मेदारी संभालनी चाहिए।
शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा कि इंडिया गठबंधन में कांग्रेस हमारा बड़ा, वरिष्ठ और राष्ट्रीय सहयोगी दल है। राहुल गांधी हमारे नेता हैं। बड़े सदस्य की जिम्मेदारी होती है कि सबको संभालकर आगे लेकर जाएं। ये जिम्मेदारी आप की भी थी, उन्हें भी बैठकर बात करनी चाहिए थी। अगर दोनों (आप और कांग्रेस) बैठकर बातचीत करते तो शायद जिस तरह से भाजपा को जीत मिली उस तरह नहीं मिलती। गठबंधन की राजनीति में अहंकार नहीं होना चाहिए। महाराष्ट्र में हमने भाजपा के साथ 25 साल तक गठबंधन में काम किया। अभी भी हम एमवीए के तौर पर काम करते हैं और हमें मालूम है कि हमें किस तरह से काम करना है। कांग्रेस को बड़े भाई के रूप में अपनी जिम्मेदारी को बहुत संयम से निभाना चाहिए।
<blockquote class="twitter-tweet" data-media-max-width="560"><p lang="en" dir="ltr"><a href="https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#WATCH</a> | On Delhi election results and INDIA alliance, Shiv Sena UBT MP Sanjay Raut says "We are all partners of the INDIA alliance, Congress is our senior partner and Rahul Gandhi is our leader...It is the responsibility of the senior partner to take everyone together. It was… <a href="https://t.co/Wqm2gcgvSa">pic.twitter.com/Wqm2gcgvSa</a></p>— ANI (@ANI) <a href="https://twitter.com/ANI/status/1888810255007756361?ref_src=twsrc%5Etfw">February 10, 2025</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
आम आदमी पार्टी ने चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले ही यह घोषणा कर दी थी कि वह दिल्ली का चुनाव अकेले ही लड़गेंगे। उन्हें किसी गठबंधन की जरूरत नहीं है। बता दें कि ‘आप’ और कांग्रेस के बीच बीते कुछ समय से काफी ज्यादा तकरार देखने को मिल रही है। दोनों दल एक दूसरे को लगातार घेरते आ रहे हैं।