पूर्व कैबिनेट मंत्री पी. चिदम्बरम के बेटे कार्ती चिदम्बरम अपने लिए भेजे गए लुकआउट नोटिस के खिलाफ मद्रास हाई कोर्ट पहुंचे। सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने यह लुकआउट नोटिस जारी किया है। बता दें कि सीबीआई ने इस मामले में उन्हें जुलाई में दूसरा नोटिस भेजा था। कार्ती दोनों बार पेश नहीं हुए।
इससे पहले सीबीआई ने उन्हें 27 जून से 29 जून के बीच समन भेजा था लेकिन उनके वकीलों का कहना था कि अभी उन्हें पेशी के लिए कुछ समय चाहिए।
यह आईएनएक्स मीडिया से जुड़ा मामला है। सीबीआई के मुताबिक, आईएनएक्स मीडिया का कहना है कि उसकी तरफ से 10 लाख रुपए एडवांटेज स्ट्रैटेजिक कंसल्टिंग (पी) लिमिटेड नाम की फर्म को दिए गए। सीबीआई के मुताबिक इस फर्म से कार्ति अपरोक्ष रूप से जुड़ी हुई है। इसमें कार्ती के साथ इंद्राणी मुखर्जी और पीटर मुखर्जी का नाम भी शामिल था।
ईडी ने भी भेजा था नोटिस
कार्ती पर विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के उल्लंघन के मामले में भी ईडी द्वारा नोटिस जारी किया जा चुका है। आरोप था कि कार्ती वासन हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी से कथित तौर पर जुड़े हुए हैं। इस कंपनी से जुड़े कई विदेशी निवेशकों से करीब 2100 करोड़ रुपये लिए गए। वहीं, 162 करोड़ रुपये अलग से भी लिए गए।
आरोप है कि लेन देन में कार्ती चिदम्बरम की कंपनी मैसर्स एडवांटेज स्ट्रेटजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड सीधे तौर पर शामिल थी। इस कंपनी को इसमें करीब 45 करोड़ रुपए मिले थे।
कार्ती चिदम्बरम के नाम से बने एक ट्विटर अकांउट से लुकआउट नोटिस का मजाक उड़ाते हुए एक ट्वीट भी किया गया। हालांकि यह ट्विटर हैंडल प्रमाणित नहीं है लेकिन उनके पिता पी. चिदंबरम इसे फॉलो करते हैं।
ट्वीट में एक फोटो है जिसमें वे शिवगंगई जिले के कांग्रेस नेताओं से मिल रहे हैं और ऊपर लिखा है, ''उनके लिए जो मुझे खोज रहे हैं।''
For all those "looking out for me" :) pic.twitter.com/IcRw1mhjMs
— Karti P Chidambaram (@KartiPC) August 4, 2017