व्हाट्सऐप द्वारा शुरू किए इनक्रिप्शन में टेक्स्ट और वायस काल सुरक्षित रहेंगे और सुरक्षा एजेंसियों की उन तक पहुंच नहीं हो सकेगी जिससे सुरक्षा एजेंसियों के लिए मैसेज, वीडियो के प्रसार आदि से पैदा होने वाली स्थिति से निपटना मुश्किल होगा।
एक सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि व्हाट्सऐप का यह कदम संभावित सुरक्षा खतरा है। व्हाट्सऐप का यह कदम एपल और एफबीआई के बीच उस कानूनी लड़ाई के बाद आया है जिसमें अमेरिकी एजेंसी ने मांग की थी कि आईफोन निर्माता अपने मोबाइल फोन को अनब्लाक करने में मदद करे।
जम्मू कश्मीर में अलगाववादियों तथा राष्ट्र विरोधी तत्वों द्वारा इस लोकप्रिय मैसेंजर का उपयोग व्यापक रूप से किया जा रहा था ताकि अफवाहें फैलाई जा सकें। उन अफवाहों के कारण कई बार हिंसक झड़पे हुईं।
सूत्रों ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियां यह मुद्दा दूरसंचार मंत्रालय के समक्ष उठाएंगी ताकि देश में सेवाएं शुरू होने के पहले पर्याप्त सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए जा सकें।