चुनाव परिणाम आने से पहले किसी भी चैनल या समाचार पत्र ने इतना भरोसा नहीं जताया था कि भाजपा का सूपड़ा साफ हो जाएगा। यहां तक कई टीवी चैनल एग्जिट पोल दिखाने के बाद यह बताने में जुटे रहे कि भाजपा को सत्ता मिल सकती है। लेकिन परिणाम बिल्कुल ही उलट रहे।
सत्ता से जुड़े रहने की फिराक में कई चैनलों ने अपना रूख भी बदला कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जादू बरकरार है लेकिन अब कहीं से यह नहीं लग रहा है कि नरेंद्र मोदी का जादू बचा हुआ है। क्योंकि जिस तरह के चुनाव परिणाम आए हैं उसने कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है।
सर्वे में एबीपी-निल्सन ने आम आदमी पार्टी को ४३, भाजपा को २६ और कांग्रेस को १ सीट दिया। वहीं टाइम्स नाउ और सी-वोटर ने आम आदमी पार्टी को ३५ से ४३ भाजपा को २५ से ३३ और कांग्रेस को दो सीट दिया। जबकि एक्सिस-एपीएम ने आम आदमी पार्टी को ५३ और भाजपा को १७ सीटें दिया। जबकि कांग्रेस को एक भी सीट नहीं दिया। टुडेज चाणक्या ने आम आदमी पार्टी को ४८ और भाजपा को २२ सीटें दिया।