कोलकाता के एमपी बिड़ला प्लेनेटेरियम के निदेशक डाॅ देबीप्रसाद दुआरी ने कहा, आज रात को चंद्रमा पांच प्रतिशत बड़ा होगा और सामान्य पूर्णिमा के चंद्रमा से करीब 12 प्रतिशत चमकदार दिखेगा।चंद्रमा फिलहाल पृथ्वी से करीब 3,56,800 किलोमीटर की दूरी पर है और इस तरह 3,84,000 किलोमीटर की औसत दूरी से कम होने की वजह से थोड़ा करीब है।
अंतरिक्ष विज्ञानी और आकाशीय घटनाक्रम में रचि रखने वाले लोग इस तरह के दुर्लभ घटना को सुपर मून कहते हैं। पृथ्वी की वृत्ताकार कक्षा पर कई बार चंद्रमा उसके करीब आता है, इस हिस्से को पेरिजी कहते हैं। दुआरी ने चंद्रमा के अपेक्षाकृत बड़े दिखने के कारण बताते हुए कहा, आज चंद्रमा पेरिजी पर है और आज पूर्णिमा भी है। भारतीय सुपर मून का आनंद उठा सकेंगे लेकिन वह पूर्ण चंद्रग्रहण के साक्षी नहीं बन पाएंगे क्योंकि यह कल सुबह सात बजे शुरू होगा।