शिवसेना (उबाठा) के सांसद संजय राउत ने बुधवार को भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी को भारतीय राजनीति का “दूसरा नेहरू” करार दिया।
राउत ने बुधवार को वाजपेयी की 100वीं जयंती के अवसर पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जब भी “राजधर्म” पर कोई खतरा होगा, देश वाजपेयी को याद करेगा।
शिवसेना (उबाठा) के नेता ने कहा कि भले ही उनकी पार्टी भाजपा के साथ न हो, लेकिन वाजपेयी को हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने कहा, “आज की भाजपा भले ही (भारत के प्रथम प्रधानमंत्री) पंडित (जवाहरलाल) नेहरू की विरासत को बदनाम कर रही हो, लेकिन वाजपेयी दूसरे नेहरू थे। वह गैर-कांग्रेसी दलों के नेहरू थे।”
उन्होंने कहा, "कट्टर हिंदुत्ववादी होने के बावजूद वाजपेयी का मानना था कि देश सभी का है। वाजपेयी के नेतृत्व में भाजपा सर्वसमावेशी थी और लोगों का मानना था कि पार्टी भारत को एकजुट और मजबूत रखना चाहती थी।”
राउत ने कहा कि पंडित नेहरू भी वाजपेयी की सराहना करते थे और उनके शुभचिंतक थे। उन्होंने कहा, “(शिवसेना के संस्थापक) बालासाहेब ठाकरे वाजपेयी का बहुत सम्मान करते थे और उनके वचनों को महत्व देते थे।”
राउत ने कहा, “जब भी 'राजधर्म' खतरे में होगा, देश वाजपेयी को याद करेगा।” वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में हुआ था। 16 अगस्त 2018 को नयी दिल्ली में उनका निधन हो गया था।