समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बृहस्पतिवार को प्रतियोगी छात्रों के एक प्रस्तावित आंदोलन को समर्थन देते हुए सत्तारूढ़ दल पर आरोप लगाया कि नौकरी भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) के एजेंडे में ही नहीं है।
सपा प्रमुख ने बृहस्पतिवार को अपने आधिकारिक “एक्स” खाते पर संयुक्त प्रतियोगी हुंकार मंच के भ्रष्टाचार के खिलाफ 15 दिसंबर को प्रस्तावित महाआंदोलन का पोस्टर साझा किया और पोस्ट में लिखा “नौकरी भाजपा के एजेंडे में है ही नहीं। भाजपा जाए तो नौकरी आए।’’
अखिलेश ने यह भी स्पष्ट किया कि उनका समर्थन हर उस प्रतियोगी छात्र के साथ है जो भर्ती परीक्षाओं में देरी, पेपर लीक, और चयन प्रक्रियाओं की अनिश्चितता से जूझ रहा है। उन्होंने या भी लिखा, “यह राजनीति का नहीं, युवाओं के भविष्य का सवाल है।”
सपा अध्यक्ष का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जहां युवा इसे अपनी आवाज़ और हक़ की लड़ाई बताते नजर आ रहे हैं। अखिलेश ने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह युवाओं की समस्याओं को गंभीरता से लेकर रोजगार के मुद्दे पर ठोस कार्रवाई करे।