ब्रिटेन स्थित डीलर स्टेनली गिबन्स ने कहा कि 1948 की गांधी की 10 रुपये वाली पर्पल ब्राउन और लेक सर्विस वाली केवल 13 डाक टिकट सर्कुलेशन में हैं। चार डाक टिकटों को एक निजी आस्ट्रेलियाई कलेक्टर को बेचा गया है। भारतीय डाक टिकटों के लिए यह अभी तक मिली सबसे बड़ी राशि है। ये भारतीय डाक टिकट इस लिहाज से दुर्लभ है कि ये डाक टिकट चार के सेट में है।
बयान में कहा गया है, इस वर्ष मार्च में 9,106,434.63 रुपये में बिकी प्रसिद्ध चार आना टिकट के बाद हाल ही में बिकी डाक टिकटें भारतीय टिकटों का अन्य दुर्लभ संग्रह है। बहरहाल, नीलामी में बिकने वाली डाक टिकट की रिकार्ड कीमत 9 करोड़ 50 लाख रुपये है। बीबीसी ने स्टेनली गिबन्स में निवेश प्रबंध निदेशक कीथ हेडल के हवाले से बताया, उच्च गुणवत्ता वाली भारतीय दुर्लभ वस्तुओं का बाजार कई वर्षों से काफी मजबूत है और अमीर भारतीय समुदाय की आकांक्षाओं और इन ऐतिहासिक संपत्तियों को संजोकर रखने वाले अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों से इनकी मांग को बल मिला है।