रांची जमीन घोटाला मामले में सात घंटे से अधिक चली ईडी की पूछताछ के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने सरकारी आवास से निकले और पैदल चलकर बगल के एलपीएन शाहदेव चौक पहुंचे जहां कार्यकर्ता जमे हुए थे। कार्यकर्ताओं ने जय झारखंड और हेमंत सोरेन के जिंदाबाद के नारों के साथ उनका स्वागत किया। लंबी पूछताछ के बावजूद तत्काल कार्यकर्ताओं के बीच नीले जैकेट में पहुंचे हेमंत आत्मविश्वास से भरे हुए लग रहे थे।
हेमंत सोरेन ने कार्यकर्ताओं से कहा कि मेरे खिलाफ जाल बिछाया जा रहा है। पर्दे के पीछे से सरकार को हिलाने डुलाने की साजिश की जा रही है। सरकार कोई गाजर-मूली नहीं है जिसे कोई उखाड़ कर फेंक दिया जाये। आपने साथ दिया हेमंत सोरेन भी आपके साथ खड़ा रहेगा। संकट आने पर पहले नेतृत्वकर्ता गोली खायेगा उसके बाद दूसरे की बारी आयेगी। हौसला बुलंद रखें। झारखंडी किसी से डरता नहीं। षडयंत्रकारियों के हाथों में राज्य को नहीं जाने देंगे। जल, जंगल, जमीन लूटने की बड़े घरानों की साजिश चल रही है। उन्होंने भाजपा की ओर इशारा करते हुए कहा कि इनके ताबूत पर हम आखिरी कील ठोंकेंगे।
झारखंड में राजनीतिक चुनौतियों से निपटने के लिए आप लोग गांव-गांव जायें और लोगों को बतायें कि कैसे झारखंड के जल, जंगल, जमीन और संपत्तियों को लूटने की साजिश चल रही है लेकिन हमलोग इसे सफल नहीं होने देंगे। ठंड के बावजूद झामुमो के कार्यकर्ता देर सड़कों के किनारे जमे रहे। जब ईडी की टीम निकली तब मुख्यमंत्री से मिलने के बाद ही वापस लौटे। सात घंटे से अधिक चली पूछताछ के दौरान हेमंत सोरेन ने अधिकांश सवालों का जवाब दिया। सूत्रों के अनुसार जवाब के मिलान के बाद हेमंत सोरेन ने एक दौर और की पूछताछ ईडी कर सकती है।