विपक्षी दलों के समूह ‘इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के प्रमुख घटक दल समाजवादी पार्टी (सपा) ने शनिवार को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-यूजी (नीट-यूजी) में गड़बड़ी का आरोप लगाया और मांग की कि इस मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए न्यायालय से गहन जांच कराकर इसके दोषियों को सख्त सजा दी जाए।
नीट-यूजी का परिणाम चार जून को घोषित किया गया। सपा प्रमुख एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘चिकित्सक बनने के लिए पूरे देश में प्रवेश परीक्षा के रूप में आयोजित की जाने वाली परीक्षा ‘नीट’ के परिणाम में सैकड़ों अभ्यर्थियों के शत प्रतिशत नंबर आए हैं।’’
यादव ने कहा, ‘‘इनमें भी एक ही परीक्षा केंद्र से कई लोगों के एक साथ पूरे नंबर आना, एक बड़ी धांधली की ओर संकेत करता है।’’ पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, ‘‘ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शासन में परीक्षाएं प्रश्नपत्र लीक कराने, किसी और की जगह पेपर दिलाने, सेंटर के साथ साठगांठ करने और परिणाम अपने अनुसार कराने जैसे धंधे का रूप धारण करती जा रही हैं।’’
लोकसभा चुनावों के दौरान अपनी सभाओं में भर्ती परीक्षाओं की गड़बड़ी को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा पर लगातार हमलावर रहे अखिलेश यादव ने कहा, ‘‘अधिकतर परीक्षाओं में लगभग एक जैसा ही घपला होना कोई संयोग नहीं हो सकता। इससे देश का युवा व्यवस्था में विश्वास खोने लगा है। युवाओं की हताशा का मतलब है कि भविष्य हताश है।’’
उन्होंने मामले की निंदा करते हुए न्यायालय से मांग की, ‘‘ये भाजपा सरकार की सबसे बड़ी नाकामियों में से एक है। इस मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए माननीय (उच्चतम) न्यायालय गहन जांच करके, इसके दोषियों को सख्त सजा देकर भविष्य में इस प्रकार के दोहराव की किसी भी आशंका को निर्मूल करे।’’