मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में पहली बार केंद्रीय मंत्रिमंडल में बड़ा बदलाव होने वाला है। जानकारी के अनुसार शाम 6 बजे होने वाले शपथ ग्रहण में कुल 43 मंत्री शपथ लेंगे। इनमें नए और पुराने दोनों मंत्री शामिल होंगे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया, सर्बानंद सोनोवाल, नारायण राणे, वरुण गांधी तथा मीनाक्षी लेखी को सरकार में शामिल किया जाना लगभग तय माना जा रहा है। ये उन 17 लोगों में शामिल हैं, जो मंत्रिमंडल विस्तार से पहले बुधवार को प्रधानमंत्री आवास पहुंचे।
मोदी कैबिनेट की फाइनल लिस्ट-
इस फेरबदल में कई मंत्रियों को प्रोन्नति भी मिलने की संभावनाएं हैं तो कुछ की छुट्टी भी हो सकती है। राज्यमंत्रियों अनुराग ठाकुर, पुरुषोत्तम रूपाला तथा जी.के. रेड्डी ने भी प्रधानमंत्री से मुलाकात की, और इन्हें पदोन्नति मिलने की संभावना है।
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, मोदी कैबिनेट के इस फेरबदल में पांच अहम बदलाव देखने को मिल सकते हैं। फेरबदल को लेकर सत्ता के गलियारों में जो कयास लगाए जा रहे हैं, उनमें अच्छा प्रदर्शन करने और क्षेत्रीय समीकरणों के चलते कई राज्यमंत्रियों को प्रोन्नति, जबकि खराब प्रदर्शन करने वाले कई मंत्रियों की छुट्टी और नए चेहरों को स्तन, सहयोगी दलों की फिर से एंट्री और कई मंत्रियों के विभागों का बोझ कम किया जाना शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार, संभावना व्यक्त की जा रही है कि कई मंत्रियों को प्रोन्नत किया जा सकता है। बताया जा रहा है कि इनमें ऊर्जा मंत्री आरके सिंह, उर्वरक राज्यमंत्री मनसुख मंडाविया, पर्यावरण राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो, कार्मिक राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह, के नामों की चर्चा में है। वहीं क्षेत्रीय एवं जातीय समीकरणों के आधार पर कुछ और राज्यमंत्रियों को भी प्रोन्नत किये जाने की उम्मीद है।
सूत्रों के मुताबिक, खराब कार्य करने वाले कई मंत्रियों को हटाया जा सकता है। पिछली समीक्षा बैठकों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद कह चुके हैं कि कड़े निर्णय लेने होंगे। जिसका साफ संदेश यह है कि खराब कार्य करने वाले मंत्रियों को आगे जारी नहीं रखा जा सकता। कई कैबिनेट मंत्रियों के दो या इससे अधिक मंत्रालय हैं। ऐसे मंत्रियों के विभाग कम किए जा सकते हैं। नौ मंत्री ऐसे हैं जो एक से ज्यादा विभाग की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, फेरबदल में चौथा महत्वपूर्ण परिवर्तन नए चेहरों के रूप में होगा। पार्टी से कई नये चेहरों को राज्यों के चुनावों या अन्य वजहों के चलते कैबिनेट में स्थान दिया जाएगा। पांचवा जो महत्वपूर्ण परिवर्तन होगा, वह सहयोगी दलों की कैबिनेट में फिर से एंट्री होने जा रही है। इसमें जेडीयू, अपना दल, एलजेपी तथा कुछ अन्य छोटे दलों को एंट्री मिल सकती है।
बता दें, मोदी कैबिनेट फिलहाल 53 मंत्री शामिल हैं और उसमें अधिकतम 81 मंत्री रह सकते हैं। इस प्रकार से देखा जाए तो प्रधानमंत्री मोदी के मंत्रिमंडल में अभी 28 और मंत्री बनाए जाने की संभावना है। गौरतलब है कि आज 11 बजे कैबिनेट की बैठक होगी और शाम 6 बजे नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण का समारोह होने की उम्मीद है।