लोकसभा चुनाव को लेकर बिसातें बिछ चुकी हैं। राजनीतिक दल अपने उम्मीदवार लगभग तय कर चुके हैं। इस बीच कांग्रेस पार्टी देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी वाड्रा के भरोसे चुनावी नैय्या पार लगाना चाह रही है। लेकिन आपको बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रियंका को जहां रणनीतिक लिहाज से यूपी का प्रभार सौंपा है वहीं कई महिलाओं को लोकसभा प्रत्याशी बनाकर भी जीत के लिए दांव खेला है।
प्रियंका के अलावा पार्टी में और भी महिला नेता हैं जिन पर पार्टी हाईकमान को पूरा भरोसा है कि वे इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को कामयाबी तक पहुंचाएंगी।
डॉली शर्मा
दिल्ली से सटे गाजियाबाद की लोकसभा सीट से कांग्रेस ने डॉली शर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है। यहां के मौजूदा सांसद केन्द्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह हैं। लोकसभा चुनाव में पार्टी की ओर से फिर एक बार वे मैदान में हैं। लेकिन सुगबुगाहट तेज है कि इस बार राह पहले जैसी आसान नहीं होगी। माना जा रहा है कि कांग्रेस ने इस बार ब्राह्मण वोटरों को खींचने के लिए युवा महिला चेहरा डॉली शर्मा को टिकट दिया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि डॉली शर्मा के चुनाव लड़ने पर ब्राह्मण मतों में इजाफा हो सकता है।
डॉली शर्मा 33 साल की हैं। उन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में डिग्री हासिल की है। उनका कपड़े का व्यवसाय भी है। साल 2017 में महापौर के चुनाव में उस वक्त चर्चा में आई थीं, जब कांग्रेस ने उन्हें मेयर पद का प्रत्याशी बनाया। डॉली शर्मा मेयर के चुनाव में हार गई थीं। लेकिन उन्हें 1 लाख 20 हजार वोट मिले थे। भाजपा की आशा शर्मा ने जीत दर्ज की थी। डॉली दूसरे पायदान पर रह गईं। डॉली शर्मा के पिता नरेंद्र भारद्वाज कांग्रेस के जिला अध्यक्ष हैं। जबकि उनके दादा भी कांग्रेस से जुड़े रहे हैं।
कृष्णा पूनिया
कांग्रेस ने राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता कृष्णा पूनिया को केंद्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के खिलाफ जयपुर ग्रामीण से टिकट दिया है। बता दें कि 2014 लोकसभा चुनाव में भाजपा के राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कांग्रेस के डॉक्टर सीपी जोशी को 3 लाख 32 हजार 896 वोटों से हराया था।
लेकिन इस बार कृष्णा पूनिया जयपुर ग्रामीण से ओलिंपिक पदक विजेता राठौड़ को टक्कर देंगी। चक्का फेंक खिलाड़ी रहीं कृष्णा ने राष्ट्रमंडल खेल 2010 में स्वर्ण पदक जीता था जबकि राठौड़ ने 2004 के एथेंस ओलिपिक में रजत पदक जीता था। कृष्णा पूनिया फिलहाल विधायक भी हैं। पूनिया सादुलपुर विधानसभा सीट से विधायक चुनी गई थीं। पूनिया ने बहुजन समाज पार्टी के मनोज न्यांगली को हराया था। कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रही पूनिया को 70020 मत मिले और उन्होंने 18084 मतों से जीत दर्ज की। पूनिया ने दूसरी बार विधायक का चुनाव लड़ा था। पिछले चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन इस बार राहुल को भरोसा है कि वे राठौड़ को कड़ी टक्कर देंगी।
सुप्रिया श्रीनेत
महराजगंज सीट से कांग्रेस ने सुप्रिया श्रीनेत को अपना उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस पार्टी ने नौतनवां से विधायक अमन मणि त्रिपाठी की बहन तनुश्री त्रिपाठी का टिकट काटकर महराजगंज से कांग्रेस के पूर्व सांसद रहे स्व. हर्षवर्धन सिंह की बेटी सुप्रिया सिंह श्रीनेत को टिकट दिया है। सुप्रिया एक अंग्रेजी टीवी चैनल में वरिष्ठ संपादक के पद पर कार्यरत रहीं हैं। कांग्रेस प्रत्याशी सुप्रिया सिंह श्रीनेत का जन्म फरवरी 1977 में हुआ। उनकी स्कूली शिक्षा लॉरेटो कॉन्वेंट लखनऊ से हुई है। स्नातक व परास्नातक दिल्ली विश्वविद्यालय की हैं। राजनीति विज्ञान में एम. ए. करने के बाद करियर की शुरुआत एक टीवी चैनल से की। पिछले 10 साल से एक टीवी चैनल में वह कार्यकारी संपादक के पद पर काम करती रहीं।
सावित्री बाई फुले
भाजपा से इस्तीफा देने वालीं सांसद सावित्री बाई फुले को कांग्रेस ने बहराइच से उतारा है। वे यहीं से सांसद हैं। फुले दलित नेता के तौर पर जानी जाती हैं। दिसंबर में उन्होंने भाजपा पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया था। फुले का कहना था कि दलित होने की वजह से उनकी बात भाजपा में कभी बात नहीं सुनी गई। फुले के इससे पहले बसपा से करीबी की भी खबरें आई थीं। सावित्री बाई फुले ने कांग्रेस में शामिल होने पर कहा, भाजपा की दलित विरोधी नीतियों के चलते देश के पिछड़ों, दलितों और मुस्लिमों ने बीजेपी को सत्ता से हटाने का फैसला किया है। भाजपा को सिर्फ कांग्रेस ही रोक सकती है, इसलिए हम कांग्रेस का साथ देंगे।
यूपी से अब तक 10 महिलाओं को टिकट
यूपी में महिला प्रत्याशियों को टिकट दिए जाने के मामले में अभी तक कांग्रेस सबसे आगे है। लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने अभी तक 55 प्रत्याशी घोषित किए हैं। इसमें से 10 महिलाएं हैं। कांग्रेस ने करीब 18 प्रतिशत महिलाओं को टिकट दिया है। कांग्रेस ने जहां यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी रायबरेली सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं, गाजियाबाद से डॉली शर्मा, नगीना से ओमवती देवी जाटव, आगरा से प्रीति हरित, मिश्रिख से मंजरी राही, उन्नाव से अन्नू टंडन, सीतापुर से कैसर जहां, बहराइच से सांसद सावित्री बाई फुले, प्रतापगढ़ से रत्ना सिंह और महराजगंज से सुप्रिया श्रीनेत को टिकट दिया है।