देश के मुख्यमंत्रियों में इस समय सबसे ज्यादा संपत्ति वाले आंध्र प्रदेश के चंद्रबाबू नायडू हैं। जबकि सबसे कम पैसे वाले सीएम की बात की जाए तो वह हैं त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार। देश के कुल 31 मुख्यमंत्रियों में से 25 मुख्यमंत्री ऐसे हैं जो करोड़पति हैं। यानी कुल मुख्यमंत्रियों में से 81 प्रतिशत सीएम के पास करोड़ों की जायजाद है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और नेशनल इलेक्शन वॉच (न्यू) द्वारा 29 राज्यों और 2 केंद्रशासित प्रदेशों (कुल 31) के मुख्यमंत्रियों की संपत्ति और आपराधिक रिकॉर्डों का विश्लेषण करने पर यह खुलासे हुए हैं। यह विश्लेषण मुख्यमंत्रियों के चुनाव लड़ने के वक्त दायर शपथ पत्रों पर आधारित है।
सबसे अमीर
मुख्यमंत्री |
राज्य |
कुल संपत्ति |
एन चंद्रबाबू नायडू |
आंध्र प्रदेश |
177.48 करोड़ |
अरुणाचल प्रदेश |
129.57 करोड़ |
|
अमरिंदर सिंह |
पंजाब |
48.31 करोड़ |
के चंद्रशेखर राव |
तेलंगाना |
15.51 करोड़ |
मुकुल संगमा |
मेघालय |
14.50 करोड़ |
सबसे गरीब
मुख्यमंत्री |
राज्य |
कुल संपत्ति |
माणिक सरकार |
त्रिपुरा |
26 लाख |
ममता बनर्जी |
प. बंगाल |
30 लाख |
महबूबा मुफ्ती |
जम्मू-कश्मीर |
55 लाख |
मनोहर लाल |
हरियाणा |
61 लाख |
रघुवर दास |
झारखंड |
72 लाख |
इसके अलावा मुख्यमंत्रियों के आपराधिक पृष्ठभूमि को लेकर भी एडीआर ने रिपोर्ट तैयार की है। इसके मुताबिक 31 में से 11 यानी 35 प्रतिशत मुख्यमंत्रियों ने खुद को आपराधिक पृष्ठभूमि वाला बताया है। 20 यानी 65 फीसदी ने शपथ पत्र में खुद को साफ छवि वाला बताया।
8 मुख्यमंत्रियों यानी 26 फीसदी पर गंभीर अपराध वाले मामले दर्ज हैं। चंद्रबाबू नायडू, केरल के सीएम पिनाराई विजयन और जम्मू-कश्मीर की महबूबा मुफ्ती पर कोई आपराधिक मामला नहीं है। महाराष्ट्र के देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ 22 आपराधिक केस हैं, इनमें से 3 गंभीर हैं। केजरीवाल पर सबसे ज्यादा 4 गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।