मुख्तार अंसारी को ले जाने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस पंजाब के रूपनगर जेल पहुंच चुकी है। इससे पहले अंसारी को जिस एम्बुलेंस से उत्तर प्रदेश ले जाया जाएगा वो एम्बुलेंस रूपनगर पुलिस लाइन्स पहुंची। बता दें, 26 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि मुख्तार अंसारी को पंजाब से उत्तर प्रदेश जेल भेजा जाए। यूपी के बांदा जेल में अंसारी को शिफ्ट किया जाएगा और बैरक नंबर 15 में रखा जाएगा। इस जेल को काफी खतरनाकर माना जाता है और पहले से यहां कई कुख्यात अपराधी बंद हैं। बांदा जेल में इस वक्त ददुआ, गौरी यादव, संग्राम सिंह समेत कई गुर्गे बंद है। इस जेल में कुंडा के विधायक राजा भैया, इलाहाबाद के बाहुबली अतीक अहमद, विधायक पुरूषोत्तम द्विवेदी, कुख्यात गैंगस्टार अनिल दुजाना इस जेल में सजा काट चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस जेल में क्षमता से दोगुने अपराधी बंद हैं।
जस्टिस अशोक भूषण और न्यायमूर्ति आर एस रेड्डी की पीठ ने रूपनगर जेल में बंद अंसारी को दो हफ्ते के अंदर उत्तर प्रदेश राज्य को सौंपने का आदेश दिया था। इसी कड़ी में यूपी पुलिस आज यहां पहुंची है। शीर्ष अदालत ने यह आदेश उत्तर प्रदेश सरकार की उस याचिका पर दिया जिसमें अनुरोध किया गया था कि पंजाब सरकार और रूपनगर जेल के अधिकारियों को अंसारी को तुरंत जिला जेल, बांदा को सौंपने का निर्देश दिया जाए। पंजाब सरकार ने चार मार्च को कोर्ट में कहा था कि योगी आदित्यनाथ सरकार को यह अनुरोध करने को कोई मौलिक अधिकार नहीं है कि अंसारी को रूपनगर जेल से बांदा जिला जेल भेज दिया जाए। बता दें कि एक कथित जबरन वसूली के मामले में जनवरी 2019 से जिला जेल रूपनगर में बंद अंसारी के खिलाफ उत्तर प्रदेश में कई गंभीर आरोप हैं।
राष्ट्रपति से "लाइफ प्रोटेक्शन" देने की मांग
पत्र के जरिए पत्नी ने कहा था, "मुझे मिल रही पुख्ता सूचना और धमकी के कारण, ऐसा लगता है कि अगर मेरे पति के जीवन की सुरक्षा के लिए जिम्मेदारी तय किए बगैर उन्हें उत्तर प्रदेश भेजा गया तो निश्चित रूप से कोई झूठी कहानी रच कर मेरे पति की हत्या करा दी जाएगी। इसलिए राष्ट्रपति से गुजारिश है कि वह उत्तर प्रदेश लाए जाते वक्त मेरे पति के ‘लाइफ प्रोटेक्शन’ का आदेश दें।"
"हत्या की आशंका"
अंसारी की पत्नी अफशां ने कहा , ‘ये दोनों अभियुक्त सरकारी तंत्र की कथित मिलीभगत से अंसारी को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं, लिहाजा इस बात का खतरा महसूस हो रहा है कि पंजाब की जेल से बांदा लाए जाते वक्त रास्ते में फर्जी मुठभेड़ की आड़ में अंसारी की हत्या की जा सकती है। अफशां ने पत्र में कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार के कुछ अधिकारियों के पूर्व में किए गए क्रियाकलापों से आवेदक का परिवार भयभीत है और अपने पति के जीवन की सुरक्षा के प्रति घोर चिंतित है।