तीन दिन तक चलने वाली इस बैठक में चार मुद्दों को चर्चा के केंद्र में रखा गया है। इसमें भाजपा अध्यक्ष, केरल और असम में विधानसभा चुनाव, एस/एसटी को मिलने वाले आरक्षण और कुछ महत्वपूर्ण विधेयक शामिल हैं। संघ से जुड़े एक सूत्र के मुताबिक भाजपा के कुछ नेताओं को इस बात की आपत्ति है कि पार्टी अध्यक्ष और प्रधानमंत्री एक ही राज्य के हैं।
सूत्रों के मुताबिक संघ की इस बैठक में कुछ भाजपा नेता शामिल हो सकते हैं। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह संघ के साथ मकर सक्रांति के बाद होने वाली समन्वय बैठक में शामिल होने की चर्चा है। सूत्र बताते हैं कि संघ की इस बैठक में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद थे। बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत के अलावा, सर कार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी, सह सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले, भाजपा के संगठन मंत्री रामलाल और महामंत्री राममाधव भी मौजूद थे।
गौरतलब है कि संघ साल में दो बार समन्वय बैठक का आयोजन करता है। जिसमें पहली बैठक जनवरी महीने में और दूसरी बैठक अगस्त सितंबर के महीने में होती है। जिसमें संघ से जुड़ी शाखाओं के कामकाज को लेकर चर्चा होती है।