पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस ने बृहस्पतिवार को कुंभ मेले को ऐसा ‘मुक्ति मेला’ बताया, जिसने मनुष्य को ईश्वर से जोड़ने वाले ‘‘इंद्रधनुषी पुल’’ का निर्माण किया।
बंगाल के राज्यपाल इस सप्ताह की शुरुआत में कुंभ मेले में पहुंचे थे और डुबकी लगाई थी। बोस ने कुंभ मेले को ‘मुक्ति मेला’ और ‘मृत्युंजय मेला’ बताया।
प्रयागराज में आयोजित समागम के बारे में बात करते हुए बोस ने कहा, ‘‘मैं कुंभ मेले को भारत की महान परंपरा की परिणति के रूप में देखता हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कुंभ ईश्वर से मिलन का नाम है। आम लोग स्वेच्छा से वहां आए थे। लाखों लोग अपनी इच्छा से वहां आए थे क्योंकि वे वहां आना चाहते थे। मैं सोचता हूं कि यह एक इंद्रधनुषी पुल है जो धरती को आकाश से, मनुष्य को ईश्वर से, आंतरिक दुनिया को बाहरी दुनिया से जोड़ता है।’’
बोस ने कहा, ‘‘मैं इसे भारत की परंपरा और संस्कृति की उत्कृष्टता मानता हूं और जहां तक राजनीतिक बयानों का सवाल है, इस पर मुझे कोई टिप्पणी नहीं करनी है।’’