बीजेपी के राजा इकबाल सिंह को शुक्रवार को दिल्ली का नया महापौर चुना गया। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार मंदीप सिंह को हराया। आम आदमी पार्टी द्वारा चुनावों का बहिष्कार करने के कारण बीजेपी की जीत पहले से ही सुनिश्चित मानी जा रही थी। राजा इकबाल सिंह उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर रह चुके हैं, और फिलहाल MCD में विपक्ष के नेता थे।
राजा इकबाल सिंह ने कहा, "दिल्लीवासियों ने बीजेपी को शहर की समस्याओं को हल करने की जिम्मेदारी सौंपी है। आम आदमी पार्टी ने पहले ही अपनी हार स्वीकार कर ली है। हम भ्रष्टाचार को समाप्त करेंगे और पिछले दो वर्षों में रुके हुए सभी कामों को पूरा करेंगे।"
चुनाव जीतने के बाद उन्होंने कहा, "हमारा मुख्य लक्ष्य दिल्ली की सफाई व्यवस्था को सुधारना, कूड़े के पहाड़ों को हटाना, जलजमाव की समस्या को हल करना है और दिल्ली के लोगों को सभी बुनियादी और आवश्यक सुविधाएं प्रदान करना होगा। हम सभी मिलकर पूरी मेहनत और समर्पण के साथ काम करेंगे।"
दिल्ली नगर निगम (MCD) में कुल 250 सीटें हैं। जिनमें 12 सीटें कुछ पार्षदों को दिल्ली विधानसभा और एक पार्षद को लोकसभा में चुने जाने के कारण रिक्त हो गई हैं।
वर्तमान 238 सीटों में से भाजपा के पास अब 117 पार्षद हैं, जो 2022 में 104 थे। जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) की सीटों में कमी आई है, और वह अब 134 से 113 सीटों तक सीमित रह गई है। कांग्रेस के पास सिर्फ आठ सीटें हैं। आम आदमी पार्टी ने चुनाव का बहिष्कार किया इसके बाद चुनाव में कुल 142 वोट पड़े थे। शुक्रवार को चुनाव के लिए हुई वोटिंग में राजा इकबाल सिंह को 133 वोट मिले। उनके खिलाफ चुनाव लड़ रहे कांग्रेस के मनदीप सिंह को केवल 8 वोट प्राप्त हुए और एक वोट अमान्य हो गया।
दिल्ली MCD में डिप्टी मेयर के पद पर भी भाजपा की जीत हो गई थी। चुनाव में भाजपा के जय भगवान यादव निर्विरोध डिप्टी मेयर चुने गए हैं। क्योंकि कांग्रेस की उम्मीदवार अरीबा खान ने अपना नाम वापस ले लिया था।
महापौर चुनाव के निर्वाचक मंडल में 238 पार्षद, 10 सांसद (सात लोकसभा और तीन राज्यसभा से), और 14 विधायक शामिल थे। दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने बीजेपी के 11 और AAP के 3 विधायकों को निर्वाचक के रूप में नामित किया था।