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"बच्चों में नफरत का जहर भरते हैं शिशु मंदिर", दिग्विजय सिंह का विवादित बयान, भाजपा ने किया पलटवार

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर भारतीय जनता...

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर कटाक्ष किया है। एक कार्यक्रम के दौरान दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा और आरएसएस के सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने वाले बच्चों के मन में बचपन से ही नफरत का बीज बो दिया जाता है जो आगे चलकर संप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ता है। दिग्विजय सिंह का यह बयान तेजी से सोशल मीडिया में वायरल हो रह है।

भोपाल में 19 विपक्षी दलों ने भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य और केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ धरने का आयोजन किया था। इस धरने में दिग्विजय ने सिलसिलेवार अलग-अलग मुद्दों पर भाजपा और आरएसएस को चुनौती दी । उन्होंने कहा कि यह सही वक्त है जब भाजपा और आरएसएस की विचारधारा से लड़ने के लिए सभी दलों को एक मंच पर आना होगा।

दिग्विजय सिंह ने दंगों के लिए सरस्वति शिशु मंदिर को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि बचपन से सरस्वति शिशु मंदिर से ये लोगों के दिल और दिमाग में दूसरे धर्मों के खिलाफ नफरत का बीज बोते हैं। यही नफरत का बीच आगे चलकर सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ता है। धार्मिक उन्माद फैलाता है और देश में दंगे फसाद होते हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि यही बात हर धर्म कहता है। हमारे हर व्यक्ति को आस्था के अनुसार धर्म को अपनाने का अधिकार संविधान ने दिया है।

वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के इस बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर उनसे सवाल किया, "आतंकवादी ओसामा के नाम के साथ 'जी' लगाना, आतंकी जाकिर नाईक को 'शांतिदूत' बताना,बटाला हॉउस एनकाउंटर को झूठा बोलकर इंस्पेक्टर मोहन शर्मा की शहादत को अपमानित करना,सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगना,ये सब कांग्रेस की किस पाठशाला में पढाया जाता है? देश जानना चाहता है।"

उन्होंने आगे कहा कि दिग्विजय जी सरस्वती शिशु मंदिर के बच्चे रोज प्रार्थना करते हैं- एक प्रार्थना हे जगदीश्वर, नित्य तुम्हारे चरणों में। लग जाये तन-मन मेरा, मातृभूमि की सेवा में।। सरस्वती शिशु मंदिर देश भक्ति की पाठशाला हैं, इन पर अँगुली केवल मतिभ्रम का शिकार व्यक्ति ही उठा सकता है।

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