कांग्रेस नेतृत्व ने बुधवार को पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के नेताओं के साथ मंथन किया, जिसमें यह फैसला किया गया कि पार्टी राज्य के सभी 294 विधानसभा क्षेत्रों में खुद को मजबूत करेगी। हालांकि, पार्टी ने गठबंधन को लेकर फिलहाल कुछ तय नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस बंगाल की आकांक्षाओं की आवाज बनने का प्रयास करेगी।
बैठक के बाद मीर ने संवाददाताओं से कहा, "इस बैठक में पश्चिम बंगाल कांग्रेस के नेताओं ने अपनी बात रखी और नेतृत्व के साथ प्रदेश के मुद्दों पर चर्चा की।"
उन्होंने कहा, “राज्य और केंद्र सरकार की खामियों के चलते आज पश्चिम बंगाल की जनता नाराज है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी की एक अहम भूमिका बनती है और इसके लिए हम योजनाबद्ध तरीके से पश्चिम बंगाल के लोगों की नुमाइंदगी करने को तैयार हैं।”
मीर ने कहा कि पश्चिम बंगाल के लोग चाहते हैं कि राज्य में कांग्रेस पार्टी मजबूत भूमिका निभाए, इसलिए "हम उनकी आवाज और उनके मुद्दे सड़क पर उतरकर उठाएंगे।"
अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर मीर ने कहा, "अभी हम अपनी पार्टी को मजबूत करने और बंगाल के लोगों की आवाज पेश करने के लिए खुद को मैदान में उतार रहे हैं। चुनाव बहुत दूर हैं... जब समय आएगा, हम देखेंगे।”
उन्होंने कहा, "अभी बंगाल की जनता, युवा, बेरोजगार लोग चाहते हैं कि कांग्रेस एक मजबूत भूमिका निभाए। अभी हम सभी 294 सीट पर अपनी संगठनात्मक तैयारी करेंगे। मैंने हमेशा यही कहा है।"
कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल का पिछला विधानसभा चुनाव वाम दलों के साथ मिलकर लड़ा था। हालांकि, उसे कोई सीट हासिल नहीं हुई थी।