दिल्ली सरकार ने उपराज्यपाल वी के सक्सेना के आदेशों पर कार्रवाई करते हुए पांच हजार स्कूल शिक्षकों के तबादले का आदेश सोमवार को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया। ये शिक्षक 10 से अधिक वर्ष से एक ही स्कूल में तैनात हैं।
सक्सेना ने रविवार को मुख्य सचिव नरेश कुमार को तबादले के आदेश को कुछ वक्त के लिए स्थगित करने का निर्देश दिया। यह तबादला आदेश पिछले सप्ताह जारी किया गया था।
उपराज्यपाल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई के नेताओं और शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद एक अंतरिम उपाय के रूप में तबादले के आदेश को कुछ वक्त के लिए स्थगित रखने का निर्देश दिया।
दिल्ली की शिक्षा मंत्री ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए तबादले के आदेश के पीछे भाजपा की साजिश का आरोप लगाया। उन्होंने आदेश वापस लिये जाने के लिए दिल्ली के लोगों को शुभकामनाएं भी दीं।
शिक्षा विभाग ने एक आधिकारिक आदेश में कहा कि शिक्षा निदेशालय द्वारा हाल ही में जारी तबादले के आदेश के मामले में कई अभ्यावेदन प्राप्त हुए हैं। यह अभ्यावेदन उन शिक्षकों से संबंधित हैं, जो एक ही स्कूल में 10 वर्ष से अधिक समय तक कार्यरत हैं।
आदेश के मुताबिक, “अभ्यावेदनों को पढ़ने और प्रतिनिधिमंडल की बातें सुनने के बाद सक्षम प्राधिकारी ने एक समिति गठित करने का फैसला किया है, जिसमें सभी हितधारकों के प्रतिनिधि और विशेषज्ञ शामिल होंगे ताकि मामले पर समग्र, सहानुभूतिपूर्ण और निष्पक्ष दृष्टिकोण तैयार किया जा सके।’’
आदेश में बताया गया कि इसलिए अगले आदेश तक दो जुलाई 2024 को जारी शिक्षकों के तबादले के आदेश को स्थगित किया जाता है। सभी प्रभावित शिक्षकों की तैनाती बहाल की जाती है।