दिल्ली मे एक ओर केजरीवाल सरकार ने कोरोना ऐप निकाला है जिससे कोरोना मरीज़ों को सहायता मिल सके लेकिन अब भी कई लोग मरीजों के लिए बिस्तरों की खातिर भटक रहे हैं। इस बीच दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने भी दिल्ली सरकार की 'दिल्ली कोरोना' ऐप में बेड खाली दिखाए जाने के बावजूद अस्पतालों में बेड ना मिलने का आरोप लगाया है। हालांकि अब दिल्ली सरकार ने अस्पतालों को रियल टाइम अपडेट उपलब्ध कराने को कहा है।
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली के अस्पतालों में मरीजों की सहूलियतों के लिए दिल्ली कोरोना ऐप 2 जून को लॉन्च की, मगर सरकारी और प्राइवेट किसी भी अस्पताल में लोगों को बेड नही मिल रहे है। उन्होंने कहा कि दिल्ली ऐप दिन में दो बार 10 बजे और शाम 6 बजे अपडेट होता है और इसके अनुसार खाली बेड भी हैं। मगर इसके बावजूद अस्पताल मरीजों को बेड क्यों नही दे रहे हैं?
अमरप्रीत के मामले का हवाला देते हुए, कुमार ने कहा कि वह गुरुवार सुबह 8 बजे ट्वीट कर दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और अन्य लोगों से अपने कोरोना-रोगी पिता को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए मदद मांग रही थी। कुमार ने बताया, "अमरप्रीत ने कहा कि वह एलएनजेपी अस्पताल के बाहर खड़ी थी, लेकिन अस्पताल ने उनके पिता को भर्ती करने से इनकार कर दिया, जबकि दिल्ली कोरोना ऐप 1,100 से अधिक बेड की उपलब्धता दिखा रहा था।"
'दिल्ली सरकार कर रही विश्वासघात'
अनिल कुमार ने कहा कि दिल्लीवासियों को इस सचाई का पता चल चुका है कि सरकार नई-नई घोषणाएं करके लोगों के साथ विश्वासघात कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले एक हफ्ते में कोविड-19 संक्रमितों की संख्या में 35% से भी अधिक मरीजों की बढ़ोतरी हुई है।
दिल्ली सरकार ने अस्पतालों को रियल टाइम अपडेट देने को कहा
दिल्ली सरकार ने यहां के अस्पतालों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने पोर्टल पर कोरोनावायरस पॉजिटिव रोगियों की दैनिक भर्ती, बेड उपलब्धता की स्थिति में बदलाव और बदलाव के बारे में रियल टाइम पर अपडेट प्रदान करें। आदेश में कहा गया है, "यहां (पोर्टल पर भरा गया डेटा) दिल्ली सरकार द्वारा लॉन्च किए गए दिल्ली कोरोना ऐप पर भी दिखाई देगा, इसलिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि बेड की स्थिति के बारे में विवरण सही और रियल टाइम के आधार पर भरा जाए ताकि आम जनता और प्रत्येक कोविद अस्पताल में बिस्तरों की स्थिति से सरकार प्रशासन अच्छी तरह से अवगत हो। ” आगे कहा गया कि इसका सभी अस्पतालों द्वारा कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि डेटाबेस प्रबंधन में कोई विसंगतियां नहीं हैं।
क्या है दिल्ली कोरोना ऐप
गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसी हफ्ते मंगलवार को मोबाइल ऐप दिल्ली कोरोना को लॉन्च किया था। इस ऐप के माध्यम से यह जानकारी हासिल करने का दावा किया गया था कि दिल्ली के किस अस्पताल में कितने बेड खाली हैं। अरविंद केजरीवाल के अनुसार इस ऐप के माध्यम से सूचना की कमी को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। अरविंद केजरीवाल ने मोबाइल ऐप को लॉन्च करते हुए बताया था कि यह आपको सरकारी और प्राइवेट सभी अस्पतालों के बारे में बताएगा कि इस वक्त किस अस्पताल में कितने बेड खाली हैं और कितने भरे हुए हैं।