कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने 18 जनवरी को चंडीगढ़ मेयर चुनाव संयुक्त रूप से लड़ने का फैसला किया और इसके बाद से ही "इंडिया ब्लॉक बनाम भाजपा" की चर्चाएं शुरू हो गई। आप सांसद राघव चड्ढा का भी यही कहना है कि यह चुनाव राजनीति की तस्वीर और दिशा बदल देगा और बीजेपी बनाम इंडिया ब्लॉक का पहला मैच होगा।
आप के राघव चड्ढा ने एक प्रेसवार्ता के दौरान कहा, ''18 जनवरी को होने वाला चंडीगढ़ मेयर का चुनाव कोई आम चुनाव नहीं है। यह एक ऐसा चुनाव है जो इस देश की राजनीति की तस्वीर और दिशा बदल देगा। 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए यह नींव साबित होगा। यह भाजपा बनाम भारत का पहला मैच होगा।''
उन्होंने कहा, "हमें विश्वास है कि इंडिया गठबंधन इस चुनाव को पूरी ताकत से लड़ेगा और ऐतिहासिक और निर्णायक जीत दर्ज करेगा। इंडिया ब्लॉक का यह विजय रथ केवल चंडीगढ़ तक नहीं रुकेगा, बल्कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक चलेगा।"
उन्होंने आगे कहा कि जब भी भारतीय क्रिकेट टीम का मुकाबला किसी अन्य टीम से हुआ है, देश की जनता ने टीम इंडिया को जिताया है। उन्होंने कहा, "वे इस मेयर के चुनाव में भी इंडिया (ब्लॉक) को जीत दिलाएंगे और इस चुनाव के बाद स्कोरकार्ड इंडिया-1 और बीजेपी-0 होगा।"
आप सांसद ने इस बात पर भी जोर दिया कि यह मेयर चुनाव लोकसभा चुनाव और आगामी सभी चुनावों के नतीजों के लिए दिशा तय करेगा। उन्होंने कहा, "इससे लोगों के मन में यह उम्मीद जगेगी कि वे तानाशाही और निकम्मी भाजपा सरकार से आजादी चाहते हैं। जो भी इंडिया ब्लॉक से टकराएगा, वह टुकड़े-टुकड़े हो जाएगा। यह संदेश इस चुनाव से निकलेगा।"
गठबंधन में सीट बंटवारे पर प्रतिक्रिया देते हुए राघव चड्ढा ने कहा कि अभी किसी भी चीज पर टिप्पणी करना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा, "इंडिया गठबंधन वह गठबंधन है, जिसमें देश की विभिन्न पार्टियों ने अपने व्यक्तिगत हितों को किनारे रखकर एक साथ आने का फैसला किया, देश हित में फैसला किया। आज सीट बंटवारे पर नियमित टिप्पणी करना उचित नहीं है। जैसे ही कोई महत्वपूर्ण बात हो फैसला हो गया है, इसकी जानकारी मिल जायेगी।"
चड्ढा ने हाल ही में आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल की कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के साथ हुई मुलाकात का भी जिक्र किया और कहा कि यह एक महत्वपूर्ण मुलाकात थी। राघव चड्ढा ने कहा, "बैठक में कई विषयों पर चर्चा हुई और साथ आकर चुनाव लड़ने का संकल्प और मजबूत हुआ।"
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच पहला गठबंधन ऐसे समय में हुआ है जब दोनों पार्टियां दिल्ली और पंजाब में सीटों के बंटवारे पर गहन बातचीत कर रही हैं।