दिल्ली विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को होने जा रहे हैं, जिसमें आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी। जहां AAP लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी की कोशिश कर रही है, वहीं BJP और कांग्रेस अपनी राजनीतिक पकड़ मजबूत करने के लिए आक्रामक प्रचार में जुटी हैं। इस चुनाव में कई हाई-प्रोफाइल उम्मीदवार मुख्य सीटों से मैदान में हैं। आइए उनके बारे में जानते हैं।
अरविंद केजरीवाल (AAP)
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जिसे वे पिछले तीन चुनावों से जीतते आ रहे हैं। 2013 में पहली बार इस सीट पर जीत हासिल कर उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को हराया था। इस बार उनके सामने BJP के प्रवेश वर्मा और कांग्रेस के संदीप दीक्षित कड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं।
संदीप दीक्षित (कांग्रेस)
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित इस बार नई दिल्ली सीट से केजरीवाल को टक्कर दे रहे हैं। दो बार सांसद रह चुके दीक्षित कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुके हैं और पार्टी को दिल्ली में दोबारा मजबूत करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
प्रवेश वर्मा (BJP)
बीजेपी ने दो बार सांसद रह चुके प्रवेश वर्मा को नई दिल्ली सीट से केजरीवाल के खिलाफ उतारा है। जाट समुदाय के प्रभावशाली नेता और पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा आरएसएस से गहरे जुड़े हुए हैं। उनकी एंट्री से इस सीट का मुकाबला और दिलचस्प हो गया है।
आतिशी (AAP)
आप नेता और दिल्ली की वर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी कालकाजी सीट से चुनाव लड़ रही हैं, जहां से उन्होंने 2020 में जीत दर्ज की थी। इस बार उनके सामने BJP के रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस की अलका लांबा चुनौती पेश कर रही हैं। आतिशी आप की प्रमुख रणनीतिकार रही हैं और इस चुनाव में उनकी भूमिका अहम मानी जा रही है।
अलका लांबा (कांग्रेस)
कांग्रेस की महिला इकाई प्रमुख अलका लांबा कालकाजी सीट से आतिशी के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं। 2015 में चांदनी चौक सीट से आप के टिकट पर विधायक बनीं लांबा 2019 में कांग्रेस में शामिल हो गई थीं। कांग्रेस दिल्ली में अपनी खोई जमीन वापस पाने के लिए उन पर बड़ा दांव लगा रही है।
चुनाव कार्यक्रम: दिल्ली में मतदान 5 फरवरी को होगा, जबकि मतगणना 8 फरवरी को होगी।