कांग्रेस ने कन्नूर में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता की हत्या को लेकर केरल में सत्तारुढ़ माकपा पर हमलावर हुईं। कांग्रेस ने माकपा पर तालिबानी तरह की हिंसा पर उतरने का आरोप लगाया।
युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता सुहैब की हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी में ‘देरी’ के खिलाफ आंदोलन तेज करने के तहत वरिष्ठ पार्टी नेता के सुधाकरण सोमवार से 48 घंटे का उपवास रखेंगे। कांग्रेस ने यह भी कहा कि 13 फरवरी को मट्टानूर में सुहैब की हत्या होने से पहले ऐसे ही मामले के 19 आरोपियों को कथित रुप से पेरोल दिए जाने के पीछे रहस्य है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा, ‘यह तालिबान जैसा हमला है और यह भी माना जा सकता है कि माकपा नेतृत्व की जानकारी में ऐसा हुआ।’ उन्होंने कहा कि इस मौत पर मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन की चुप्पी न केवल आश्चर्यजनक है बल्कि डर पैदा करने वाली है।
चांडी ने कहा कि विजय को गृह विभाग छोड़ देना चाहिए क्योंकि उन्होंने पुलिस को काम नहीं करने दिया। राज्य में माकपा की अगुआई वाली वाम लोकतांत्रिक मोर्चा के सत्ता में आने के बाद से 22 राजनीतिक हत्याएं हुईं। अकेले मुख्यमंत्री के कन्नूर जिले में हुईं युवा कांग्रेस कार्यकर्ता की हत्या ऐसी दसवीं हत्या है। इससे पहले कन्नूर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष सतीशन पचेनी और युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर 24 घंटे का उपवास रखा था।
प्रदर्शन की घोषणा करते हुए सुधारकण ने कहा कि वह सोमवार को दस बजे कन्नूर कलेक्टरेट के सामने अपना उपवास शुरु करेंगे और यदि आरोपी के विरुद्ध मामला नहीं दर्ज किया गया तो वह उपवास जारी रखेंगे। विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्नितला ने माकपानीत वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) पर प्रहार किया और आरोप लगाया कि जब सुहैब को मारा गया तब हत्या के 19 आरोपी पेरोल पर थे।
उन्होंने आरोप लगाया कि सुहैब के माता-पिता का बयान अबतक दर्ज नहीं किया गया है और पुलिस वारदात के करीब डेढ़ घंटे बाद घटनास्थल पर पहुंची। उन्होंने इस घटना की निंदा नहीं करने के लिए मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन की निंदा की। वैसे कन्नूर के पुलिस अधीक्षक शिवा विक्रम ने जांच में किसी भी खामी से इनकार किया है।