राफेल डील को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। इस डील को लेकर कांग्रेस ने शनिवार को एक बार फिर भाजपा सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने इस मामले को लेकर मोदी सरकार और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को घेरा। राहुल ने कहा कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में 2 घंटे तक बोलीं, लेकिन उन्हें मेरे पूछे 2 आसान सवालों के जवाब नहीं दिए। वहीं, पी. चिदंबरम ने कहा कि मोदी सरकार ने देश की सुरक्षा से समझौता किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को ट्विटर पर लोकसभा की शुक्रवार की कार्यवाही का एक संक्षिप्त वीडियो शेयर करते हुए कहा, 'रक्षा मंत्री संसद में दो घंटे तक बोलीं, लेकिन मेरे 2 आसान सवालों का जवाब नहीं दे सकीं।' 2 मिनट 12 सेकेंड का वीडियो शेयर करते हुए राहुल ने कहा, 'इस वीडियो को देखिए और शेयर करिए। यह सवाल हर भारतीय को प्रधानमंत्री और उनके मंत्रियों से पूछने दीजिए।'
वीडियो में क्या कह रहे हैं राहुल गांधी
कांग्रेस अध्यक्ष ने जिस वीडियो को ट्वीट किया है, उसमें वे संसद में राफेल पर चर्चा के दौरान रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण से सवाल पूछ रहे हैं। वीडियो में राहुल गांधी ने कहा, 'अनिल अंबानी को ऑफसेट कॉन्ट्रैक्ट का सबसे बड़ा हिस्सा मिला। अनिल अंबानी जी ने लिखा कि द सॉल्ट से ऑफसेट कॉन्ट्रैक का सबसे बड़ा हिस्सा 30 हजार करोड़ रुपये हमें मिला है, लेकिन रक्षा मंत्री ने उनका एक बार भी नाम नहीं लिया।'
RM spoke for 2 hrs. in Parliament, but she couldn't answer the 2 simple questions I asked her.
Watch & SHARE this video. Let every Indian ask the PM & his Ministers these questions.#2SawalDoJawab pic.twitter.com/YR8zuyO6Al
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 5, 2019
राहुल गांधी ने आगे कहा, ‘मुख्य सवाल यह है कि अनिल अंबानी को कॉन्ट्रैक्ट कैसे मिला, किसने दिलवाया। आपने (रक्षा मंत्री) दो घंटे बात की, लेकिन आपने इसका जवाब नहीं दिया कि एचएएल से कॉन्ट्रैक्ट छीनकर अनिल अंबानी को कॉन्ट्रैक्ट देने का फैसला किसने लिया’।
आपने विमानों की संख्या 126 से घटाकर 36 क्यों की: चिदंबरम
वहीं चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा, 'आपने विमानों की संख्या 126 से घटाकर 36 क्यों की, इस सवाल पर रक्षा मंत्री का कहना है कि फ्लाईवे कंडीशन में आपको 18 विमान मिलते, लेकिन हमें 36 विमान मिलेंगे। क्या यह सवाल का जवाब है?'
चिदंबरम ने पूछा, 'वायु सेना कम से कम 7 स्क्वाड्रन (126 विमान) चाहती थी। यह संख्या रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) की ओर से बताई गई थी। क्या वायु सेना या डीएसी ने कभी यह संख्या कम करके 36 विमानों की आवश्यकता बताई’? उन्होंने कहा, 'यदि बीजेपी की ओर से तय की गई कीमत 9-20 प्रतिशत तक सस्ती थी, तो तार्किक रूप से सरकार को और अधिक विमान खरीदना चाहिए, तो कम संख्या में विमान क्यों खरीद रहें हैं?'
साथ ही, पूर्व वित्त मंत्री ने ये भी कहा, 'बीजेपी का कहना है कि यह एक आपातकालीन खरीद थी। पेरिस में प्रधानमंत्री ने 10-4-2015 को बयान दिया था। इस बात को चार साल बीत चुके हैं आज तक भारत में एक भी विमान क्यों नहीं आया है? क्या है यह आपातकालीन खरीद?'
उन्होंने कहा, 'जब वायु सेना की आवश्यकता 126 विमानों की है तब बीजेपी सरकार ने केवल 36 विमान खरीदकर राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता किया है। 126 विमान खरीदने के लिए सरकार ने अनुबंध भी क्यों नहीं किया?'
शुक्रवार को सदन में क्या बोले थे राहुल
राहुल गांधी ने शुक्रवार को यह भी कहा था कि 2019 में उनकी पार्टी की सरकार बनने पर राफेल मामले की आपराधिक जांच होगी और जिम्मेदार लोगों को सजा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी की अगुवाई वाली सरकार की मंशा देश के युवाओं को गुमराह करना है।
राहुल ने कहा, सवालों के जवाब देने के बजाय, उन्होंने नाटक करना शुरू कर दिया, 'अरे मेरा अपमान हुआ। मुझे झूठा बताया।' मेरा सरल सवाल था कि वायुसेना प्रमुख, रक्षामंत्री, सचिव और वायुसेना के अधिकारियों की ओर से लंबे समय से चल रही लंबी बातचीत के बाद क्या जिन्होंने पूरी बातचीत की, उन्होंने (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी की बातचीत की बाइपास सर्जरी (उपेक्षा) करने पर आपत्ति जताई थी।
उन्होंने कहा कि सीतारमण ने अपने भाषण में माना कि प्रधानमंत्री ने वास्तव में बाइपास सर्जरी करके 36 लड़ाकू विमान फ्रांस की कंपनी दसॉ से खरीदने के लिए एक नया सौदा किया। पूर्व के सौदे में 136 ऐसे विमानों की खरीद की बातचीत चल रही थी।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘मैंने पूछा कि यह बाइपास सर्जरी कब हुई और क्या वायुसेना के अधिकारियों ने इस पर आपत्ति जाहिर की। यह आसान सवाल था लेकिन वह सवाल को टाल गईं और कोई हां या ना में जवाब दिए बगैर चली गईं’।
राफेल पर क्या बोली थीं सीतारमण
शुक्रवार को लोकसभा में राफेल सौदे पर चर्चा के दौरान रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण दो घंटे से ज्यादा समय तक बोलीं थी। उन्होंने इस सौदे की बारीकियों पर बात करते हुए कांग्रेस पर इस सौदे को अनावश्यक रूप से लटकाने का आरोप लगाया था। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों के लगाए भ्रष्टाचार के आरोपों पर भी करारा जवाब भी दिया था।