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कांग्रेस का आरोप- पीयूष गोयल के परिवार ने कमाया 30 हजार करोड़ का मुनाफा

कांग्रेस ने रेल मंत्री पीयूष गोयल को तुरंत बर्खास्त करने की मांग करते हुए आरोप लगाया कि उनके परिवार के...
कांग्रेस का आरोप- पीयूष गोयल के परिवार ने कमाया 30 हजार करोड़ का मुनाफा

कांग्रेस ने रेल मंत्री पीयूष गोयल को तुरंत बर्खास्त करने की मांग करते हुए आरोप लगाया कि उनके परिवार के कारोबारी हित डिफॉल्टर कंपनियों में रहे हैं। पार्टी ने इस मामले में हितों के टकराव के किसी पहलू की न्यायिक जांच सुप्रीम कोर्ट के किसी मौजूदा न्यायाधीश से करवाने की मांग की है।

पीटीआई के मुताबिक, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ईमानदारी की बात तो करते हैं लेकिन गोयल के परिवार के निवेश मामलों पर चुप है। खेड़ा ने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने सार्वजनिक पद पर होने के बावजूद इसका खुलासा नहीं किया है।

यह 'जय शाह मॉडल' की तरह का ही मामला है

खेड़ा ने आरोप लगाया कि गोयल की पत्नी की एक कंपनी है जिसकी शुरुआत एक लाख रुपये की राशि से हुई और इस कंपनी ने 10 साल में ही 30,000 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। खेड़ा के अनुसार, यह निवेश 'जय शाह मॉडल' तरह का ही मामला है, जिसमें एक कंपनी का कारोबार मोदी सरकार के कार्यकाल में कई गुणा बढ़ता है।

पीयूष गोयल को तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए

कांग्रेस नेता ने संवाददाताओं से कहा, 'सच्चाई यही है कि पीयूष गोयल के पद का दुरुपयोग हुआ है इसलिए वो केंद्रीय मंत्री बने रहने के पात्र नहीं हैं। उन्हें तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए और सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा न्यायाधीश से जांच का आदेश किया जाना चाहिए।'

खेड़ा ने इस बारे में 11 कंपनियों का ब्यौरा भी दिया जिसमें शिरडी इंडस्ट्रीज शामिल है। इस कंपनी में गोयल व उनकी पत्नी निदेशक है।

कांग्रेस के आरोपों को भाजपा ने किया खारिज

हालांकि कांग्रेस द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को भाजपा ने खारिज कर दिया है। भाजपा का कहना है कि कांग्रेस लगातार गलत दावे कर रही है वह हर मामले को सनसनीखेज बनाकर अहम मुद्दों से देश को भटकाना चाहती है। वह नहीं चाहती है कि कांग्रेस पार्टी के बड़े घोटाले लोगों के सामने आइए।

भाजपा ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे झूठ का पुलिंदा बताया है। भाजपा की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि गोयल एक जाने माने चार्टेड अकाउंटेंट हैं और उन्होंने इंटरकॉन एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड को 2005-06 में अपनी सेवाएं दी हैं, जब इस फर्म का निर्माण हुआ था, 2014 में उन्होंने इस कंपनी से इस्तीफा दे दिया है। साथ ही, कहा गया है कि गोयल का शिरडी एंड एसोसिएट्स कंपनी से कुछ लेनादेना नहीं है।

उल्लेखनीय है कि शिरडी इंडस्ट्रीज से जुड़े आरोप सामने आने के बाद पिछले हफ्ते बीजेपी की ओर से जारी बयान में गोयल ने कहा था कि इस मामले में उनकी तरफ से कुछ भी गलत या अनियमित नहीं है।

 

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