कांग्रेस ने राष्ट्रपति के सचिव संजय कोठारी को मुख्य सतर्कता आयुक्त (सीवीसी) और बिमल जुल्का को केंद्रीय सूचना आयुक्त (सीआईसी) नियुक्त किए जाने की प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि दोनों को ‘खुल जा सिम सिम' की तर्ज पर नियुक्त किया गया है। शीर्ष न्यायिक संस्थाओं में इस तरह का फैसला लोकतंत्र के लिए हानिकारक है।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, सीवीसी और सीआईसी की नियुक्ति ‘खुल जा सिम सिम' की तर्ज पर हुई। जेब से नाम निकालो, नियुक्ति कर दो। उन्होंने कहा, "मोदी के न्यू इंडिया में, पारदर्शिता के लिए कोई जगह नहीं है और यह लोकतंत्र के लिए हानिकारक है।"
फैसला सवालों के घेरे में
चयन समिति की एक बैठक के दौरान कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी आपत्ति जताई थी। चौधरी ने कहा था कि एक चयन समिति का सदस्य एक ही समय में आवेदक नहीं हो सकता है। उन्होंने यह कहा था कि केंद्रीय वित्त सचिव राजीव कुमार चयन समिति के सदस्य हैं और आवेदक भी थे और उनके नाम को समिति द्वारा शॉर्टलिस्ट किया गया था। चौधरी ने मोदी से सवाल किया कि कोई व्यक्ति अपने ही चयन के लिए चयन कमेटी का सदस्य कैसे हो सकता है?
संजय कोठारी होंगे सीवीसी
बता दें कि राष्ट्रपति के सचिव संजय कोठारी अगले मुख्य सतर्कता आयुक्त होंगे। उनका चयन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय समिति ने किया है। इसके साथ ही समिति ने बहुमत के फैसले से सूचना आयुक्त बिमल जुल्का को नया मुख्य सूचना आयुक्त चुना है। मंगलवार शाम को हुई बैठक में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के अलावा पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह शामिल थे। बैठक में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह, पीएमओ कैबिनेट सचिव राजीव गौबा और कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के सचिव सी चंद्रमौली भी मौजूद थे।