इस मामले को लेकर संवाददाताओं से बात करते हुए राज्य कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने केंद्र की भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा हमेशा अपने फायदे के लिए लोगों को भड़काती है और समाज में खाई पैदा करती है।
इतना ही नहीं, कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि वर्तमान हालातों को लेकर वसुंधरा सरकार को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए और इसे खत्म करने का उपाय सोचना चाहिए। उन्होंने कहा, 'दो हफ्ते से भी ज्यादा का समय हो चुका है, अभी भी कर्फ्यू जारी है। कई जगहों पर अभी भी बैन है, लोग घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। मुख्यमंत्री को इस पर अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए और सरकार को इस तनावपूर्ण स्थिति से निपटने के उपाय तलाशने चाहिए।
गौरतलब है कि राजस्थान पुलिस ने 24 जून की रात को आनंदपाल का एनकांउटर किया था, जिसके बाद दो बार उसके शव का पोस्टमार्टम हो चुका है। 24 जून से ही परिजन अंतिम संस्कार इस शर्त पर करने की मांग पर अड़े हुए है कि मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए। ऐसे में आनंदपाल का अंतिम संस्कार सरकार के लिए परेशानी का कारण बनता जा रहा है।
मुठभेड़ में आनंदपाल के मारे जाने की घटना को लेकर सीबीआई जांच की मांग करते हुए नागौर जिले में भारी तादाद में जमा हुए लोगों की 12 जुलाई को पुलिस के साथ झड़प हो गई। प्रदर्शनकारियों ने एसपी पारस देशमुख की गाड़ी सहित चार बसों में आग लगा दी। डिडवाना के पास लोगों ने रेलवे ट्रैक से फिशप्लेट उखाड़ने की भी कोशिश की। इस पूरे घटनाक्रम में मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले एक शख्स की मौत हो गई जबकि 21 पुलिसकर्मी सहित सात नागरिक भी घायल हो गए हैं। राज्य में भारी तनाव को देखते हुए कर्फ्यू लगा दिया गया है और इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है।