लगातार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में जारी रिकॉर्ड बढ़ोतरी पर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी के पुराने बयानों का एक वीडियो साझा करते हुए कहा कि 'देश की गंभीर अर्थव्यवस्था' पर ध्यान दीजिए।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने जो वीडियो साझा किया है उसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कह रहे हैं, 'जिस प्रकार से पेट्रोल के दाम बढ़ा दिए ये दिल्ली सरकार की शासन चलाने की नाकामयाबी का सबूत है। देश की जनता के अंदर भारी आक्रोश है और इसके कारण जनता पर बोझ पड़ने वाला है। मैं आशा करूंगा की प्रधानमंत्री जी देश की स्थिति को गंभीरता से लें और जो दाम बढ़ाए गए हैं वो वापस लें।'
यहां देखें वीडियो-
आसमान छूती पेट्रोल-डीज़ल की क़ीमतें!
इतिहास में सबसे ज़्यादा!किसान,गृहस्थी,आम आदमी-सब परेशान!
पिछले दो महीनों में ही (दिल्ली में)
पेट्रोल की क़ीमतें ₹2.80/लीटर बढ़ी
डीज़ल की क़ीमतें ₹2.60/लीटर बढ़ीमोदी जी, क्या ये हैं
अच्छे दिन? pic.twitter.com/VbiYXomxbp
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) August 31, 2018
दरअसल, ये वीडियो तब का है जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और तब केंद्र में मनमोहन सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार थी। अब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री हैं और कांग्रेस विपक्ष में है। ऐसे में पार्टी उन पर हमला करने से नहीं चूक रही है।
कांग्रेस का मोदी सरकार पर हमला-
कांग्रेस प्रवक्ता सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, 'आसमान छूती पेट्रोल-डीजल की कीमतें! इतिहास में सबसे ज्यादा! किसान, गृहस्थी, आम आदमी-सब परेशान! पिछले दो महीनों में ही (दिल्ली में) पेट्रोल की कीमतें 2.80 पैसे प्रति लीटर बढ़ी, डीजल की कीमतें 2.60 पैसे प्रति लीटर बढ़ी। मोदी जी, क्या ये हैं अच्छे दिन?'
जानें आज कितने हैं डीजल-पेट्रोल के दाम
आज दिल्ली में पेट्रोल 22 पैसे की बढ़ोतरी के साथ 78 रुपये 52 पैसे प्रति लीटर और डीजल 28 पैसे की बढ़ोतरी के साथ 70 रुपये 21 पैसे प्रति लीटर की कीमत पर पहुंच गया। कोलकाता में पेट्रोल की कीमत में 21 पैसे और डीजल की कीमत में 28 पैसे की बढ़ोतरी की गई। आज शहर में 81 रुपये 44 पैसे प्रति लीटर पेट्रोल और 73 रुपये 6 पैसे प्रति लीटर डीजल बिक रहा है।
मुंबई में पेट्रोल आज 85 रुपये 93 पैसे प्रति लीटर और डीजल 74 रुपये 54 पैसे प्रति लीटर की कीमत पर बिक रहा है। डीजल की कीमतों में वृद्धि के कारण महंगाई बढ़ सकती है, क्योंकि खाद्य और कृषि उत्पादों के परिवहन के लिए वाहनों में डीजल ही इस्तेमाल होता है।