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"यदि इश्वर की मर्जी होती कि औरत मुंह व नाक ढकें तो पैदा ही ढक कर करता"- उदित राज के बोल, इस्लाम पर भी उठाए सवाल

कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. उदित राज अपने बयान को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। अब...

कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. उदित राज अपने बयान को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। अब उन्होंने अफगानिस्तान में तालिबानी हुकूमत के बाद इस्लाम और महिलाओं पर होने वाले अत्याचार, क्रुरता को लेकर तीखा हमला बोला है। ट्विटर के जरिए कांग्रेस नेता  उदित राज ने कहा है, "अगर इश्वर की मर्जी होती कि औरत मुंह व नाक ढकें तो पैदा ही ढक कर करता।"

इससे पहले कांग्रेस नेता उदित राज ने तालिबानी करतूतों पर सवाल उठाते हुए और इस्लाम को लेकर कहा था, "तालिबानी महिलाओं का शोषण करें , बुर्का में कैद और ड्रग बेचकर पैसा कमाएं , क्या यही इस्लाम है?"

कांग्रेस नेता अपने अलग-अलग तरीके के बयानों के लिए हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। इससे पहले भी वो कई अलग तरह के बयान दे चुके हैं, जिस पर काफी राजनीति और उन पर सवाल उठे हैं। अब उदित राज ने इस्लाम और तालिबान को लेकर बहस छेड़ दी है।

दरअसल, अफगानिस्तान में राजधानी काबूल सरीखे पूरे देश पर तालिबानियों ने कब्जा कर लिया है। जिसके बाद से वहां के हालात बेहद डरावने हैं। महिलाएं, बच्चे भयभीत हैं। काबूल एयरपोर्ट से कई ऐसी तस्वीरें आई हैं जिसमें अफगानी महिलाएं अपने बच्चे को दूसरे देश की सेनाओं के हवाले कर रही हैं। वहीं, एयरपोर्ट पर भगदड़ की भयावह तस्वीर आई थी, जिसमें लोग देश छोड़कर भागने को आमद दिख रहे थे। प्लेन के नीचे बस-ट्रक के पीछे जैसे लोग दौड़ते हो, उस तरह से भाग रहे थे।

वहीं, आउटलुक ने भी कई अफगानी महिलाओं से बातचीत की थी, जिसमें उन्होंने बताया कि तालिबान महिलाओं को बिना आदमी घर से बाहर नहीं निकलने देते हैं। एक ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा था कि उनकी दोस्त बिना महरम (मर्द) के बाहर गई थी जिसके बाद तालिबानियों ने उस महिला पर दो सौ सलाख़ (लोहे की छड़) लगाए थे और चेतावनी देकर घर भेजा था।

हालांकि, तालिबान इस बार ये दावा कर रहा है कि वो शरिया के हिसाब से महिलाओं को उनका अधिकार देगा और महिलाएं इसके दायरे में स्वतंत्र रूप से कार्य कर सकती हैं। लेकिन, लोगों को उनकी बातों पर भरोसा नहीं है क्योंकि तालिबानियों की अराजकता को अफगानियों ने साल 1996-2001 में देखा था।

 

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