देहरादून। ये सत्ता की हनक क्या कुछ नहीं करा देती है। सत्ता के लिए अब तक भगतदा, हरदा, तिरदा, धनदा के नाम उछलते रहे हैं। अब तो एक काबीना मंत्री के समर्थकों ने उन्हें पहाड़ का मोदी बना दिया है। यानि 2022 का चुनाव पहाड़ के मोदी के नाम पर होगा। इधर, एक विधायक का बता रहे हैं कि उनके जूनियरों को मंत्री बना दिया गया है।
इन दिनों सोशल मीडिया में दो वीडियो वायरल हो रहे हैं। एक वीडियो में काबीना मंत्री एक कार्यक्रम में पहुंचते हैं तो तमाम महिलाएं उनका स्वागत करती हैं। पहले तो भाजपा जिंदाबाद और धनदा जिंदाबाद के नारे लगते हैं। फिर बारी आती है पहाड़ का मोदी जिंदाबाद। ऐसा लगता है कि मंत्री जी को यह नारा बहुत भाया और इस पर कोई आपत्ति भी नहीं की। वैसे भी त्रिवेंद्र की रवानगी के तौर पर धनसिंह का नाम सीएम की कुर्सी के लिए खूब उछला था। ऐसे में सवाल यह है कि ये नारा किसी सियासी भविष्य का संकेत तो नहीं है। सोशल मीडिय़ा में चल रही खबरों के अनुसार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष (खुद ही परेशान है) मदन कौशिक या फिर धन सिंह ने कोई टिप्पणी नहीं की।
यहां आपको याद दिला दें कि मौजूदा काबीना मंत्री और तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत कह चुके हैं कि इस बार मोदी के नाम पर वोट न मिलने वाला। बहुत जीत लिए मोदी के नाम पर।
अब दूसरी बात। रूद्रपुर से विधायक राजकुमार ठुकराल के बोल भी निराले हो रहे हैं। वो कह रहे हैं कि उत्तराखंड के सभी विधायकों से ज्यादा पढ़ा लिखा मैं हूं। फिर भी मुझे मंत्री नहीं बनाया जा रहा है। ऐसा लगता है कि इस बात को कहकर उन्होंने ऊधमसिंह नगर के दो मंत्रियों की शैक्षिक योग्यता पर सवाल खड़ा किय़ा है। अब विधायक ने यह बात अपने बड़बोलेपन में की या फिर इसके पीछे भी कुछ सियासी निहितार्थ हैं। ये तो आने वाला समय ही तय करेगा।