हाल ही में पालघर लोकसभा चुनाव को लेकर महाराष्ट्र में बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने चुनाव आयोग को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। 28 मई को पालघर में लोकसभा उपचुनाव की वोटिंग हुई थी। महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार में होने के बावजूद इस चुनाव में शिवसेना ने बीजेपी के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतारा है।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, शिवसेना के राज्यसभा सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'हमारे लोगों ने पालघर उपचुनाव में बीजेपी के लोगों को रंगे हाथ नोट बांटते पकड़ा था लेकिन चुनाव आयोग ने कोई ऐक्शन नहीं लिया। अगर चुनाव आयोग ऐसा ही पूरे देश में कर रहा है तो इसका मतलब यह है कि वह एक राजनीतिक पार्टी के 'तवायफ' की तरह काम कर रहा है।'
Our people caught BJP workers red handed distributing money during Palghar bypoll, but Election Commission did not take any action, if similar inaction is shown by EC all over India, then it means EC is acting like a 'Tawaif'(Mistress) of a political party: Sanjay Raut,Shiv Sena pic.twitter.com/rEcZRQiFhu
— ANI (@ANI) May 30, 2018
गौरतलब है कि सोमवार 28 मई को पालघर लोकसभा उपचुनाव हुए थे। पालघर में 5 बजे तक 40.37% मतदान हुए थे। इस मतदान के आंकड़े बीजेपी की चिंता बढ़ाने वाले हैं। छह विधानसभा क्षेत्रों को मिलाकर बने पालघर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में सबसे ज्यादा मतदान विक्रमगड में हुआ है। यह वही विधानसभा क्षेत्र है जिसपर शिवसेना ने सबसे ज्यादा फोकस किया था। दूसरी तरफ सबसे कम मतदान नालासोपारा में हुआ है जहां बीजेपी ने अपनी ताकत झोंक रखी थी।