कर्नाटक से शुरू हुए हिजाब विवाद पर अब राजनीति गर्माती जा रही है। यह पूरा मामला हाईकोर्ट होते हुए सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। लेकिन सियासत जारी है। इस विवाद में अब असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का अजीब बयान सामने आया है। संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने हिजाब क्यों जरूरी नहीं है, इस पर अपना तर्क दिया।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा हिजाब मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एक शिक्षक को कैसे पता चलेगा कि कोई छात्र समझ रहा है या नहीं, अगर उन्होंने हिजाब पहन रखा है? किसी ने नहीं कहा कि वे 3 साल पहले हिजाब पहनना चाहते थे? मुस्लिम समुदाय को शिक्षा की जरूरत है, हिजाब की नहीं। राजनीतिक इस्लाम कांग्रेस प्रायोजित है।
#WATCH | How would a teacher know if a student is understanding or not, if they're wearing a hijab? No one said they wanted to wear a hijab 3 yrs ago?... Muslim community needs education, not hijab... Political Islam is Congress sponsored: Assam CM Himanta Biswa Sarma#HijabRow pic.twitter.com/SZmUeTdqn9
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 11, 2022
बिस्वा ने आगे कहा, "मैं दो तरह के इस्लाम को समझता हूं। एक धार्मिक इस्लाम और दूसरा राजनीतिक इस्लाम। धार्मिक इस्लाम में कुरान(धर्म ग्रंथ) के हिसाब से अच्छी बातें लिखी गई हैं। लेकिन ये दूसरे तरह का इस्लाम कांग्रेस द्वारा प्रायोजित है, जिस पर राजनीति हो रही है। आप देखो कोर्ट में हिजाब पहनने के समर्थन में सारे वकील कांग्रेस के हैं। ये सब कांग्रेस द्वारा ही किया जा रहा है।"