अभिनेता से नेता बनने के सफर पर चल पड़े साउथ सुपरस्टार कमल हासन का आज अपना 63वां जन्मदिन मना रहे हैं। आज के इस खास मौके पर उन्होंने एक मोबाइल एप लांच किया। यह एप पब्लिक के लिए एक प्लेटफार्म से अधिक होगा। इसके जरिए आम लोगों तक पहुंचना अपना लक्ष्य है।
'मइयम विसल' नाम का यह ऐप लोगों को आपस में जोड़ने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि यह ऐप विसल-ब्लोअर का काम करेगा। इसका इस्तेमाल तब किया जाएगा जब कुछ गलत हो रहा होगा। कमल के मुताबिक यह ऐप न्याय पाने में सहायता करेगा। उन्होंने कहा कि यह एक ई-विजिल एप होगा जो भ्रष्टाचार से लड़ने में भी मदद करेगा।
हालांकि हासन ने बताया कि यह एप जनवरी, 2018 से उपलब्ध होगा क्योंकि इसकी टेस्टिंग अभी चल रही है।
अपने 63वें जन्मदिन पर कमल हासन ने कहा, 'मैं पूरे तमिलनाडु राज्य के भ्रमण की योजना बना रहा हूं, सभी जिले में वॉलंटियर्स अच्छा कर रहे हैं। हमारे सोशल वेलफेयर के कामों की प्रशंसा सभी पार्टी कर रही है।'
अपने बयान को लेकर विवादों में घिरे कमल हासन ने आज न सिर्फ नई पार्टी बनाने का साफ तौर पर संकेत दिया बल्कि अपने बयान को लेकर भी सफाई पेश की। उन्होंने कहा, मैं किसी को ठेस नहीं पहुंचाना चाहता था। मैं भी हिंदू परिवार से ही हूं, लेकिन अब मैंने दूसरा रास्ता अपना लिया है। मैंने आतंकवाद शब्द का प्रयोग नहीं किया था, मैंने एक्सट्रीम (चरमपंथ) शब्द कहा था।
I definitely don't want to hurt Hindu sentiments, as I myself belong to a Hindu family,but have taken a different path: #KamalHaasan pic.twitter.com/rFtkfXCRuY
— ANI (@ANI) November 7, 2017
इस दौरान कमल हासन ने पार्टी पर कयासों के दौर पर विराम लगाते हुए कहा कि सपनों से आविष्कार होते हैं और वही आविष्कार जिंदगी का रास्ता बन जाते हैं। अब पार्टी बनाने से पीछे हटने का सवाल ही नहीं उठता क्योंकि इसके लिए जमीनी स्तर पर काम पूरा हो चुका है। हासन ने कहा कि ये पूछना कि तमिलनाडु के लोग बदलाव क्यों चाहते हैं, तो ये बिल्कुल वैसा ही है कि ये पूछना कि वो मुझे क्यों फॉलो करते हैं।
गौरतलब है कि कमल हासन ने कहा था कि पहले दक्षिणपंथी हिंदू लोग हिंसा में शामिल नहीं होते थे, वे अपने विरोधियों का तर्कों के आधार पर विरोध करते हुए शास्त्रार्थ करते थे। लेकिन, ये पुरानी रणनीति हार गई और अब वे जो करते हैं, उसमें बल प्रयोग होता है।