रांची। रांची के प्रभात तारा मैदान में इंडिया ब्लॉक के उलगुलान न्याय रैली में विपक्षी नेताओं का जुटान रहा। नेताओं ने एक स्वर से केंद्र की मोदी सरकार को तानाशाह, लोकतंत्र और संविधान केलिए खतरा करार देते हुए चुनाव में अपदस्थ करने का आह्वान किया। ईडी, सीबीआई, आयकर जैसी केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग को लेकर मोदी सरकार की जमकर खिंचाई की गई।
मंच के एक तरफ पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की जेल के सीखचों के भीतर का बड़ा कटआउट लगा था तो दूसरी तरफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का उसी अंदाज में जेल के भीतर वाला कटआउट। मंच के सामने ही इंडिया ब्लॉक की पार्टियों के झंडे लहरा रहे थे। अनेक कार्यकर्ता हेमंत सोरेन का मुखौटा लगाये हुए संदेश दे रहे थे, मैं भी हेमंत। तेज गर्मी और शादी के लग्न के बावजूद प्रभात तारा मैदान का पंडाल खचाखच भरा हुआ था। चुनाव घोषणा के बाद यह या कहें लंबे अर्से के बाद संयुक्त दलों की इतनी बड़ी रैली हुई। मगर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, सीपीएम के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी, ममता बनर्जी विभिन्न कारणों से कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके। रैली झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन की अध्यक्षता में हुई। पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन मुर्मू ने जेल के भीतर से हेमंत सोरेन द्वारा भेजे गये पत्र को पढ़ा। संयोग यह भी कि जिस शहर में यानी रांची में रैली हो रही थी वहां से कांग्रेस अभी तक अपना उम्मीदवार तय नहीं कर सकी है।
रैली में देर से पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह धरती महान नायक बिरसा मुंडा, बाबा तिलका मांझी, वीर बुधु भगत, सिदो-कान्हू जैसे नायकों की है। मोदी जी ने हमारे दो मुख्यमंत्रियों को गिरफ्तार किया। हेमंत सोरेन की कोई गलती नहीं थी, लेकिन उन पर दबाव था कि अगर आप इंडिया ब्लॉक से दोस्ती करेंगे, तो आपको जेल भेजेंगे। हिम्मत वाले हेमंत ने धमकी को नकार दिया। खड़गे ने कहा कि आदिवासियों को डराने की कोशिश करेंगे, तो आप खुद खत्म हो जाएंगे। हम चाहते हैं कि इस देश में जम्हूरियत रहे। दिखे, अगर संविधान चला गया, तो कुछ बचने वाला नहीं है।
उन्होंने कहा कि मोदी गरीबों का वोट छीन लेना चाहते हैं। वह बार-बार कहते हैं कि अबकी बार 400 पार, कहा कि हमारी संसद में 543 सीटें हैं। गनीमत है कि उन्होंने अब तक नहीं कहा 600 पार। खड़गे ने कहा कि गठबंधन की शक्ति इस बार इतनी है कि मोदी हो या कोई और, हमारी मजबूती को तोड़ नहीं सकते। हेमंत सोरेन को जेल में डालने से हम डरने वाले नहीं हैं। केजरीवाल को जेल में डालने से हम डरने वाले नहीं हैं। हम जनता से डरते हैं। तुम्हारे जैसे लीडरों से नहीं डरते।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हमेशा मोदी जी कहते हैं कि मैंने आदिवासी को इस देश का राष्ट्रपति बनाया, मैंने शेड्यूल कास्ट के व्यक्ति को राष्ट्रपति बनाया। मगर उन्होंने वोट के लिए उन्हें राष्ट्रपति बनाया। उनके कल्याण या स्वाभिमान के लिए नहीं।
कल्पना ने पढ़ा हेमंत का संदेश
जेल से हेमंत सोरेन द्वारा रैली के नाम भेजे गये संदेश पढ़ते हुए उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने कहा कि उलगुलान की धरती पर उलगुलान न्याय महारैली में आए सभी का बिरसा कारा से हार्दिक अभिनंदन, जोहार करता हूं। आज रैली में आपके साथ नहीं हूं। विगत चार सालों से विपक्ष साजिश रचते हुए मुझे ढाई महीने से बिरसा जेल में रखा है। उसी तरह महागठबंधन दल के आम आदमी पार्टी के दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी को भी दिल्ली के तिहाड़ जेल में डालकर रखा है। आजादी के बाद यह पहली बार है जब किसी पार्टी के शीर्ष नेता और मुख्यमंत्री व मंत्रियों को बेबुनियाद आरोप लगाकर जेल में डाला गया है। उलगुलान का मतलब ही है नहीं चलेगी ठगों की सरकार। गैर बीजेपी सरकार वाले राज्यों में सरकार गिराए जा रहे हैं। सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। एमपी-एमएलए की खरीद फरोख्त की जा रही है। यह देश हमें भीख में नहीं मिला है। अनगिनत शहादत दी गई है। 2014 से एनडीए सरकार ने हर वर्ग को ठगने का काम किया है। सब को ठगने का प्रयास चल रहा है। विपक्ष को कुचलने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस देश के लोकतंत्र और संविधान को खतरा है। जिस तरह से मोदी सरकार नये-नये कानून बना रही है उससे आदिवासी सर्वाधिक प्रभावित हो रहे हैं। मणिपुर जल रहा है लेकिन आजतक सरकार ने इसकी सुध तक नहीं ली है। अगर 2024 में एनडीए की सरकार बनती है तो देश और राज्य के आदिवासियों के लिए खतरा बढ़ जायेगी। झारखंड वीरों की धरती है। झारखंड के आदिवासी-मूलवासी ने अपने हक और अधिकार की लड़ाई के लिए लोहा भी मनवाया है। अलग राज्य शिबू सोरेन के नेतृत्व में मिला। जुमलेबाजों को झारखंड और देश से भी खदेड़ा जायेगा।
छल से केजरीवाल व हेमंत को जेल में डाला: सुनीता केजरीवाल
तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल रैली को संबोधित करते हुए कहा कि साजिश के तहत छल कपट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री और मेरे पति अरविंद केजरीवाल और आपके चहेते झारखंड के मुख्यमंत्री रहे हेमंत सोरेन को जेल में डाल दिया। उन्होंने रैली में आये लोगों से सवालिया अंदाज में कहा कि उनका क्या कुसूर था। अदालत ने उन्हें गुनहगार नहीं ठहराया, कोई दोष साबित नहीं हुआ फिर भी इन्हें गुंडागर्दी और साजिश से जेल में डाल दिया। यह तानाशाही है, कहते हैं कि जांच चल रही है। लोगों का आह्वान किया कि वे ऐसी तानाशाही बर्दाश्त न करें। इस तानाशाह सरकार को उखाड़ फेंकें।
संविधान और लोकतंत्र बचाने के लिए जुटे हैं: भगवंत मान
मौके पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि यह कोई राजनीतिक रैली नहीं बल्कि संविधान और लोकतंत्र को बचाने का संकल्प लेने के लिए हम एकत्र हुए हैं। दोनों बहनें सुनीता केजरीवाल और कल्पना सोरेन के पति बहुत लोकप्रिय मुख्यमंत्री रहे हैं। ये लोगों को सहूलियत देना चाहते थे। गरीबों की मदद करना चाहते थे। काम कर रहे थे तो इन्हें जेल में डाल दिया गया। मगर उनकी सोच को कैसे कैद करोगे। उन्होंने मंच पर दो खाली कुर्सियों के बहाने भाजपा पर आक्रमण करते हुए कहा ये दोनों खाली कुर्सियां ही बीजेपी की सभी कुर्सियां खाली करा देंगी। वे समझते हैं कि जेल में डालकर आवाज दबा देंगे, पार्टी खत्म कर देंगे। मोदी की लहर की बात करते हैं। मोदी लहर पर इतना भरोसा है तो हेमंत सोरेन और अरविंद केजरीवाल से डरते क्यों हैं।
झारखंड के मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि वे चार सौ पार का नारा लगा रहे हैं मगर देश की जनता 150 भी पार नहीं होने देगी। भाजपा झारखंड के इतिहास और गौरव को मिटाना चाहती है। आपके पास मौका है, ऐसा सांसद चुनना है जो राज्य के मुद्दों पर संसद में बात करे। हेमंत सोरेन की सरकार ने आदिवासियों की बेहतरी के लिए योजनाएं बनाईं। बंद हो चुके स्कूलों को फिर से चालू कराया, बेरोजगारों को रोजगार देने, 20 गरीबों को तीन कमरे का पक्का मकान देने का काम हो रहा है। पुरानी पेंशन, सर्वजन पेंशन दे रहे हैं, पढ़ाई के लिए गुरुजी क्रेडिट कार्ड दे रहे है। इसके अतिरिक्त उन्होंने राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे काम को गिनाते हुए कहा कि यह दिल्ली की सरकार को रास नहीं आ रहा। इस सरकार को चुनाव में उखाड़ फेंकना है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने शेर को गिरफ्तार किया है उनकी दहाड़ को नहीं। झारखंड के मुख्यमंत्री और दिल्ली के मुख्यमंत्री को जेल भेजा, उसी वक्त वे चुनाव हार गये। अब ये लोग अन्याय पर उतर आए हैं। यहां से उठने वाली आवाज एलान कर रही है कि बदलाव का समय आ गया है। बेरोजगारी, किसानों की बदहाली को लेकर भी उन्होंने चिंता जाहिर की।
यह लोकतंत्र बचाने वाला चुनाव: तेजस्वी
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने उलगुलान न्याय महारैली में कहा कि ये लोकसभा चुनाव साधारण चुनाव नहीं है। यह लोकतंत्र को बचाने वाला चुनाव है। संविधान को बचाने वाला चुनाव है। आज एक तरफ बीजेपी संविधान को बदलने की साजिश कर रही है तो दूसरी तरफ 400 पार का नारा दे रही है। 400 पार नाम की यह फिल्म सुपर फ्लॉप हो चुकी है। इसका प्रमाण प्रथम चरण के मतदान में मिल गया है। उन्होंने कहा, कि बिहार में हमने बीजेपी की हवा टाइट कर रखी है। बीजेपी के लोग 20-25 हेलिकॉप्टर से चुनावी सभाएं कर रहे हैं। कहा, मेरे पास एक ही हेलिकॉप्टर है। लेकिन मैंने इसे ट्रैक्टर में बदल कर रख दिया है और इसी से बीजेपी की हवा टाइट कर दी है।
रैली में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल, शिवसेना यूबीटी की प्रियंका चतुर्वेदी, भाकपा माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, नेशनल कांफ्रेंस के फारूख अब्दुल्ला, बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, टीएमसी के विवेक गुप्ता, कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन, उनके पुत्र बसंत सोरेन आदि मंच पर थे।