महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव घटना से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ताओं की अंधाधुंध गिरफ्तारी हो रही है। सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम से जदयू के नेता पवन वर्मा कुछ नाराज दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर सरकार को पहले पुख्ता सबूत पेश करना चाहिए। इसके साथ ही, जदयू नेता ने लोकतंत्र और आजादी की भी दुहाई दी।
भाजपा के इस कदम से नाराज दिखे जदयू नेता
नीतीश कुमार के नेता पवन वर्मा भारतीय जनता पार्टी के इस कदम से थोड़ा नाराज दिख रहे हैं। तभी तो पवन वर्मा ने यह भी कहा कि सरकार यदि पुख्ता सबूत नहीं पेश कर पाती है तो फिर ये कांग्रेस के आपातकाल के जैसा ही होगा।
चार राज्यों के अलग-अलग शहरों में पुलिस ने छापेमारी कर 5 लोगों को किया गिरफ्तार
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव में हुई हिंसा और प्रधानमंत्री की हत्या की साजिश के मामले में पुलिस ने मंगलवार को देश के चार राज्यों के अलग-अलग शहरों में छापेमारी कर 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए सभी लोग वामपंथी विचारधारा के समर्थक माने जाते हैं।
लेफ्ट पार्टियां ये आरोप लगा रही हैं कि केंद्र सरकार जानबूझ कर उन्हें निशाना बना रही है, जबकि पुलिस का दावा है कि गिरफ्तार किए गए लोग माओवादियों और नक्सलियों से जुड़े हुए हैं।
जानें कौन कहां से हुआ गिरफ्तार?
सामाजिक कार्यकर्ता वरवरा राव हैदराबाद से, मानवाधिकार कार्यकर्ता और पत्रकार गौतम नवलखा दिल्ली से, सुधा भारद्वाज फरीदाबाद से, स्टेन स्वामी रांची से, अरुण फरेरा ठाणे से, वरनॉन गोंजाल्विस मुंबई से और आनंद तेलतुंबडे गोवा से गिरफ्तार किए गए