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बीएसएनएल, एमटीएनएल बंदी के कगार पर, मोदी राज में जाएंगी 54 हजार नौकरियांः कांग्रेस

कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दशकों से चली आ रही और जनता की सेवा करने वाली...
बीएसएनएल, एमटीएनएल बंदी के कगार पर, मोदी राज में जाएंगी 54 हजार नौकरियांः कांग्रेस

कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दशकों से चली आ रही और जनता की सेवा करने वाली सरकारी कंपनियों को बंद करने की साजिश कर रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बीएसएनएल में आर्थिक सुधार के नाम पर 54 हजार कर्मचारियों को बाहर निकालने की तैयारी की खबर को लेकर कहा है कि मोदी के अपने ‘पूंजीपती मित्रों' की कंपनियों को फायदा पहुंचाने के कारण ही बीएसएनएल और एमटीएनएल आज बंद होने की कगार पर पहुंच गईं हैं।

कांग्रेस प्रवक्ता ने रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, 'बीएसएनएल और एमटीएनएल किसकी टेलीफोन कम्पनी हैं- देश के 130 करोड़ लोगों की। सरकारी बीएसएनएल और एमटीएनएल का किया बंटाधार, दोनों कंपनिया घाटे में डूबी, बीएसएनएल में 54,000 नौकरियां जाएंगी,एमटीएनएल बंद होने की कगार पर।

उन्होंने मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए कहा है कि आर्थिक स्थिति सही करने के लिए और बीएसएनएल को फिर से पटरी पर लाने के लिए बोर्ड ने कई प्रस्ताव को स्वीकृति दी है। कॉस्ट कटिंग के लिए 54 हजार कर्मचारियों को समय पूर्व छंटनी के साथ कई और सुझावों को भी बोर्ड ने स्वीकार किया है।

'बीएसएनएल को नहीं दिया 4जी नेटवर्क'

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, 'मोदी जी 2 लाख 30 हजार नौकरियां छीनकर, बीएसएनएल-एमटीएनएल को धीमा जहर देकर क्यों मार रहे हैं? पहली बार ऐसा हुआ है कि सरकारी कंपनी बीएसएनएल महीनों तक अपने कर्मचारियों को वेतन नहीं दे पायी।' उन्होंने कहा,'भारत सरकार बीएसएनएल को 4जी नेटवर्क दे ही नहीं रही है जबकि, निजी कंपनियों को ये 4जी नेटवर्क मिल जाता है।'

'ये है मोदी मॉडल ऑफ इकोनॉमिक्स'

सुरजेवाला ने कहा, 'ये मोदी मॉडल ऑफ इकोनॉमिक्स है कि निजी डूबती हुई कंपनियों में जनता का पैसा लगाओ, उनको बचाओ और जनता की सेवा करने वाली बीएसएनएल-एमटीएनएल को बंद करवाओ। भारत संचार निगम लिमिटेड और एमटीएनएल के करीब 2 लाख 25 हजार कर्मचारियों की नौकरी भी आज खतरे में पड़ गयी है। मोदी सरकार ने इस चुनाव के बाद अकेले बीएसएनएल में 54 हजार नौकरियां खत्म करने की तैयारी कर ली है।'

 

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