मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार की ओर से बाबाओं को राज्यमंत्री का दर्जा दिए जाने पर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने इसे सरकार का स्वार्थी कदम करार दिया है।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, स्वरूपाेनंद ने कहा कि सरकार उन लोगों को यह पद देती है जो सम्मानजनक होते हैं और जो लोगों की आध्यात्मिक तौर पर मदद करते हैं। लेकिन सरकार (मध्यप्रदेश) ने अपने स्वार्थी कारणों की वजह से उन लोगों को यह पद दिया है जिन्हें लोग जानते तक नहीं हैं। यह नहीं होना चाहिए।
Govt gives such a status to people who are respected & who can help people spiritually but govt, for its own selfish motives, is giving it to people who are not even known, this shouldn't be happening: Shankaracharya Swami Swaroopanand on MP govt giving MoS status to babas pic.twitter.com/SL1O3TfLAR
— ANI (@ANI) April 5, 2018
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कंप्यूटर बाबा सहित पांच संतों को मंत्री पद का दर्जा दिया है। कंप्यूटर बाबा के साथ इंदौर के भय्यू महाराज, अमरकंटक (नर्मदा उद्गम) के हरिहरानंदजी, डिंडोरी के नर्मदानंदजी और पंडित योगेंद्र महंत को राज्य मंत्री पद का दर्जा देने वाला आदेश राज्य सरकार की ओर से मंगलवार को जारी किया गया था। इस फैसले के बाद से सरकार और मुख्यमंत्री के फैसले पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।